उनके आने की खबर लगते ही प्रशासन अलर्ट हो गया। कलेक्टर अरविंद शर्मा, एसपी विकास शहवाल, जिला पंचायत सीईओ अंजू भदौरिया सहित पुलिस बल भी किले पर पहुंच गया था। पुरातत्व विभाग से अनुमति नहीं होने के कारण उमा भारती मंदिर तक नहीं जा सकीं। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने पहले से कहा था कि सावन के आखिरी सोमवार को यहां जल चढ़ाने आउंगी।
यहां मैं जल अर्पित करने आती रहूंगी। आपको बतादें कि किले पर स्थित भगवान महादेव साेमेश्वर धाम मंदिर केंद्रीय पुरातत्व विभाग के आधीन है, विवाद के कारण मंदिर केवल साल में एक बार शिवरात्रि के दिन ही आम लोगों के लिए खुलता है। उमा भारती इस मंदिर को आम जनता के लिए नियमित रूप से खुलवाने की मांग कर रही हैं।
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