जेईई एडवांस्ड का रिजल्ट रविवार को घोषित हुआ। इसमें ग्वालियर के स्पर्श गुप्ता ने देशभर में 33वीं रैंक लाकर स्टेट टाप किया। वहीं ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में उनकी दूसरी रैंक रही। स्पर्श का कहना है कि मेरा सिलेबस जेईई मेंस के दौरान ही पूरा हो चुका था। इसके बाद मैंने माक टेस्ट दिए। उनका एनालिसिस करता गया । इससे अपनी कमजोरी को पहचाना और स्टडी में इम्प्लीमेंट किया। धीरे-धीरे गलतियां दूर होती गईं और आज परिणाम सभी के सामने है। स्पर्श ने बताया कि मेरे पापा निरंजन गुप्ता और मम्मी कीर्ति दोनों ही शिक्षक हैं। इसलिए पढ़ाई का माहौल मैंने बचपन से ही देखा। उनको जब पढ़ते देखता था तो मुझे भी लगता था कि पढ़ाई कितनी जरूरी है। मैं उनसे इंस्पायर था। जब कभी भी डिमोटिवेट हुआ, तो पापा मम्मी और शिक्षकों ने मोटिवेट किया। उल्लेखनीय है कि स्पर्श ने जेईई मेंस में 293 रैंक हासिल की थी। वहीं 12वीं में 95.4 परसेंट माक्र्स हासिल किए थे।
इंटरनेट मीडिया और शादी समारोह से रखी दूरी
स्पर्श ने बताया कि जेईई एडवांस्ड की तैयारी के दौरान मैंने सोशलमीडिया से दूरी बनाकर रखी। मोबाइल का इस्तेमाल केवल बात करने के लिए करता था। शादी समारोह, बर्थडे पार्टी सभी से दूरी बना ली थी। यहां तक की नजदीकी फंक्शन को भी अवाइड किया। रोजाना 12 से 14 घंटे पढ़ाई कर सफलता पाई।
बचपन से थी प्रोग्रामिंग और साफ्टवेयर डवलपमेंट में रूचि
स्पर्श बताते हैं कि मेरा बचपन से प्रोग्रामिंग और साफ्टवेयर डवलपमेंट की ओर रुझान था। इसीलिए मैंने इंजीनियर बनने की ठानी। मैं कम्प्यूटर साइंस ब्रांच लूंगा। स्पर्श के फादर निरंजन गुप्ता ने बताया कि स्पर्श के हार्डवर्क ने ही उसकी सफलता तय की है।
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