पत्नी और भांजी ने 6 लाख रुपये में दी थी व्यापारी की हत्या की सुपारी, चरित्र शंका में गई जान, 3 आरोपित गिरफ्तार
उज्जैन। जूना सोमवारिया में शनिवार सुबह घर में हुई इलेक्ट्राॅनिक्स कारोबारी की हत्या का रविवार को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। मृतक के चरित्र को लेकर पत्नी शंका करती थी। इस कारण वह उससे अलग पड़ाेस के मकान में रहती थी। पत्नी ने अपने साथ मृतक की भांजी को भी मिला लिया था। दोनों ने एक परिचित को छह लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी थी। जिसके बाद परिचित ने इंगोरिया निवासी व्यक्ति को मात्र 10 हजार रुपये देकर कारोबारी की हत्या करवा दी। पुलिस ने मृतक की पत्नी, भांजी व परिचित को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि जूना सोमवारिया निवासी मिश्रीलाल राठौर पूजा इलेक्ट्राॅनिक्स नाम से दुकान संचालित करते थे। घर के नीचे ही दुकान है। राठौर अपने पुत्र लोकेश राठौर के साथ रहते थे। राठौर रोजाना की तरह शनिवार सुबह मार्निंग वाॅक पर गए थे। सुबह करीब सात बजे वह घर वापस लौटे थे। जैसे ही गेट खोलकर वह अंदर घुसे घर में पहले से ही छुपकर बैठे एक बदमाश ने उन्हें चाकू मार दिया और वहां से भाग निकला। शोर सुनकर आसपास के रहवासियों ने राठौर को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया था। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
फुटेज में घर में नजर आया था बदमाश
पुलिस ने बताया कि घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में एक बदमाश नजर आया था। बदमाश ने चाबी से ही ताला खोला था और वह सीढियों पर छुपकर बैठ गया था। राठौर के आते ही उसने चाकू से हमला कर दिया था। इसके बाद वह भाग निकला था। पुलिस को मौके से एक चाकू मिला था।
पत्नी व भांजी के मोबाइल में मिले ऑडियाे ने खोला राज
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि बदमाश चाबी से ताला खोलकर अंदर घुसा था। जिससे शंका थी कि किसी ने उसे चाबी उपलब्ध करवाई है। मृतक का अपनी पत्नी कृष्णाबाई से विवाद चल रहा था। मृतक के चरित्र को लेकर शंका जताने के कारण दोनों अलग-अलग मकानों में रहते थे। कृष्णाबाई पड़ोस में ही मृतक की भांजी माया के साथ रह रही थी। पुलिस ने दोनों के मोबाइलों को खंगाला तो उसमें दोनों द्वारा गोपाल आंजना निवासी आंजना बस्ती से बात करने के आडियो मिले थे। बातचीत संदिग्ध थी। जिसके बाद दोनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने हत्या करवाना कबूल किया था। दोनों ने बताया कि मृतक राठौर उन्हें संपत्ति से बेदखल कर मकान भी खाली करवाना चाहता था। मृतक की भांजी के पति की दुर्घटना में मौत होने के कारण वह मामी के साथ रह रही थी।
सुपारी लेकर दस हजार में करवा दी हत्या
कृष्णाबाई और माया की गोपाल से फर्नीचर के काम के सिलसिले में मुलाकात हुई थी। जिसके बाद दोनों ने छह लाख रुपये में राठौर की हत्या करवाने की सुपारी दी थी। गोपाल ने हत्या का जिम्मा करण सोलंकी निवासी ग्राम कुलावदा इंगोरिया को दो लाख रुपये में दिया था। मगर हत्या के पहले मात्र दस हजार रुपये एडवांस दिए थे।
पत्नी ने दी थी घर की चाबी
मृतक की पत्नी कृष्णाबाई ने ही हत्या के आरोपित करण को घर की चाबी उपलब्ध करवाई थी। उसने ही बताया था कि राठौर करीब सात बजे मार्निंग वाक से वापस आएगा। इस दौरान उसका बेटा भी क्रिकेट खेलने के लिए जा चुका होगा। घर में हत्या करना आसान रहेगा। इस कारण आरोपित करण चाबी से ताला खोलकर राठौर के आने के 10 मिनट पूर्व ही घर में घुसा था।
छह माह से कर रहे थे प्लानिंग
पुलिस ने बताया कि सभी आरोपित छह माह से राठौर को मारने की प्लानिंग कर रहे थे। पहले उसे गोली मारने का प्लान था। मगर कट्टा नहीं मिलने के कारण चाकू से ही हत्या करने की योजना बनाई गई थी।
पत्नी पर दर्ज है सूदखोरी का प्रकरण
पुलिस ने बताया कि मृतक की पत्नी कृष्णाबाई के खिलाफ जीवाजीगंज थाने में वर्ष 2017 में सूदखोरी का प्रकरण दर्ज हो चुका है। वह ब्याज पर लोगों को रुपये भी देती थी। इसके अलावा आरोपित गोपाल के खिलाफ महाकाल थाने में मारपीट व अजा, अजजा अधिनियम के तहत दो केस दर्ज हैं। वहीं इंगोरिया में भी वर्ष 2010 में हुई हत्या का एक केस दर्ज है। पुलिस ने कृष्णाबाई, माया व गोपाल को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मुख्य आरोपित करण की तलाश की जा रही है।
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