नरसिंहपुर। दिवाली से पहले बढ़ते सब्जियों के दाम फिर लोगों को चिंता में डालने लगे हैं। इस साल किचन का बजट संभलने का नाम नही ले रहा है। कारण सब्जियों की बढ़ती कीमतें हैं। ताजा उदाहरण टमाटर के बाद प्याज का है। पिछले कुछ दिनों में प्याज ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। जिसकी वजह से किचन से धीरे धीरे प्याज नदारद होने लगा है।
त्योहार के वक्त रुला रही प्याज
चुनावी माहौल में भी प्याज के दाम जनप्रतिनिधियों के लिए सिरदर्द बन रहे हैं। लोगों कहना है कि टमाटर का दाम जैसे तैसे पटरी में आए तो अब प्याज त्योहार के वक्त रुला रही है। उल्लेखनीय है कि नरसिंहपुर में इन दिनों प्याज की कीमत 70 से 80 रुपये प्रतिकिलो तक जा पहुंची हैं।
गीली प्याज आने से बढ़े रेट
स्थानीय सब्जी मंडी के व्यापारियों के अनुसार नरसिंहपुर में लोकल प्याज सहित गाडरवारा से भी प्याज आती है। जिले में प्याज का उत्पादन भी होता है। इन दिनों नासिक, महाराष्ट्र से भी प्याज आ रही है जो कि महंगी है। बरसात के बाद गीली प्याज आने के बाद से ही इसके दाम में बढ़ोतरी होने लगती है। सब्जी व्यापारियों के अनुसार प्रतिवर्ष यह देखा जा रहा है कि नवंबर दिसंबर के माह में प्याज में तेजी आती है लेकिन फिर सूखी प्याज आने के साथ-साथ प्याज की कीमतों में भी गिरावट होने लगती है।
होटल और रेस्टोरेंट में दिखने लगा असर
प्याज की बढ़ती कीमतों का असर शहर के होटलों और रेस्टोरेंट में भी दिखने लगा है। उनकी सलाद की प्लेट से प्याज के पीसेज कम होने लगे हैं। शहर के रेलवे स्टेशन स्थित एक रेस्टोरेंट संचालक का कहना है कि हमारे यहां सलाद में प्याज की मात्रा कम कर दी गई है। लेकिन प्याज महंगा होने से हमें नुकसान हो रहा है। पहले टमाटर के पीस कम होते थे और अब प्याज को भी कम करना पड़ रहा है। ग्रेवी में भी प्याज की उपस्थिति कम होती जा रही है।
प्याज के दाम और बढ़ने के आसार
नरसिंहपुर में रविवार की फुटकर बाजार में प्याज 70 से 80 रुपये प्रति किलो बिका। बीते तीन दिनों में प्याज के दाम 25 से 30 रुपये बढ़ गए हैं। आगामी सप्ताह में कीमतें 80 से 100 रुपये तक पहुंचने की आशंका है। वहीं घर-घर जाकर सब्जी बेचने वाले ठेले वाले प्याज अभी से 100 रुपये प्रति किलो तक बेच रहे है जिससे रसोई का बजट बिगड़ गया है।
जमाखोरी भी बन रही वजह
दरअसल बरसात में प्याज की फसल और खेतों में पानी भरने से प्याज गल जाती है जिसके कारण सूखी प्याज का स्टाक बड़े-बड़े व्यापारी करने लगते हैं। जब सूखी प्याज आना बंद होने लगती है तो ये व्यापारी धीरे-धीरे अपना सूखी प्याज का स्टाक बाजार में महंगे दामों में उतारते हैं जिससे प्याज के दाम आसमान छूने लगते हैं।
अन्य सब्जियों के दाम भी तेज
- टमाटर – 20 से 25 रुपये
- भिंडी – 20 से 25 रुपये
- आलू पुराना – 15 से 20 रुपये, नया आलू – 20 से 25 रुपये
- तुरई – 20 से 25 रुपयेमिर्च – 40 से 50 रुपये
- धनिया – 50 से 80 रुपयेलौकी – 10 से 15 रुपये
- शिमला मिर्च – 40 से 55 रुपये
- परवल – 35 से 50 रुपये
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