जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में एक बार फिर लोकपाल की नियुक्ति होने जा रही है। दो साल से यह पद रिक्त बन हुआ था। अब प्रशासन ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद की टीम आने से पहले लोकपाल की तैनाती करने का प्रयास कर रहा है। इस पद पर सेवानिवृत्त न्यायाधीश अथवा सेवानिवृत्त प्राध्यापक की नियुक्ति की जा सकती है। प्रशासन जल्द आवेदन मंगाने जा रहा है। बता दें कि छात्रों की समस्या के निदान को लेकर लोकपाल की नियुक्ति विश्वविद्यालय स्तर पर किया जाना अनिवार्य होता है। इस संबंध में राज्य शासन और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की तरफ से भी निर्देश हैं।
क्या होगा लोकपाल
विश्वविद्यालय में लोकपाल की नियुक्ति एक बार हो चुकी है। उस वक्त प्रशासन ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश को इस पद पर रखा हुआ था। उनका कार्य छात्र-छात्राओं की समस्यों को सुनना और उसका निराकरण करना है। सप्ताह या माह में एक बार लोकपाल अपने कार्यालय में बैठकर समस्याओं की सुनवाई करते हैं। विश्वविद्यालय के परिक्षेत्र में आने वाले सभी कालेजों के विद्यार्थी अपनी शिकायत लेकर आते हैं। जिस पर सुनवाई के लिए तारीख तय होती है।
नैक में नंबर
नैक में लोकपाल की नियुक्ति के लिए नंबर तय है। नैक की टीम आने वाली है। जिसमें वह देखेंगी कि विद्यार्थियों की सुनवाई को लेकर प्रशासन कितना सजग है विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशों का कितना पालन किया जा रहा है। लोकपाल के लिए प्रशासन सेवानिवृत्त प्राध्यापक को नियुक्त करना चाहता है इसके लिए आवेदन बुलाए जा रहे हैं। कुलसचिव डा.दीपेश मिश्रा ने कहा कि लेाकपाल की नियुक्ति कोरोना काल के पहले हुई थी। उसके बाद कार्यकाल पूरा हो गया था लेकिन दोबारा नियुक्ति किन्हीं वजह से नहीं हो पाई थी। अब फिर से नियुक्ति की जाएगी।
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