भोपाल। राजधानी में आगामी चुनाव को लेकर थानों के प्रभारियों को तैनात करने का सिलसिला शुरु हो गया है, हाल में पुराने थाना प्रभारियों की रवानगी के बाद उनके स्थान पर अन्य थानों से तबादला होकर जिले में नए इंस्पेक्टरों को आमद देने के बाद थाना प्रभारी बनाया गया है। इसमें एक नाम को विवाद शुरु हो गया है। दो दिन पहले पिपलानी थाना में तैनात किए गए कार्यवाहक उपनिरीक्षक अनुराग लाल को प्रभारी बनाया गया है। करीब साठ दिन पहले उनको टीला जमालपुरा से एक हिंदू परिवार को धर्म परिवर्तन कराने के मामले में फरियादी को थाने में शिकायत करने के दौरान उसका मजाक बनाकर एक नहीं तीन बार भगा दिया गया था। इस मामले में सरकार से लेकर पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। अचानक से उनकी तैनात वह भी ऐसे थाने में जो पुलिस के हिसाब से सबसे अच्छा थाना माना जाता है। उनकी पदस्थापना के बाद सवाल खड़े हाेने लगे हैं।
हम बता दें कि टीला जमालपुरा थाना क्षेत्र से एक हिंदू परिवार ने धर्म परिवर्तन को लेकर दबाव बनाने को लेकर पूरे परिवार टीला जमालपुरा से पलायन कर दिया था, बाद में पीड़ित युवक का जब एक वीडियो इंटरनेट मीडिया के माध्यम व्हाट्सएप पर वीडियो बहुप्रसारित हुआ , तब गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश पर टीला जमालपुरा थाना पुलिस ने आनन – फानन में उस युवक को बुलाकर मामले में एफआइआर दर्ज कराकर आरोपितों पर मप्र धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज एफआइआर दर्ज कराई थी, बाद में टीला जमालपुरा थाने के थाना प्रभारी अनुराग लाल ही थे।
इस मामले में पीड़ित परिवार ने अनुराग लाल पर आरोप लगाए थे
बाद में इस मामले में पीड़ित परिवार के सदस्यों ने थाना प्रभारी अनुराग लाल पर आरोप लगाए थे कि जब वह थाने में शिकायत करने जाते थे तो इंस्पेक्टर उनका मजाक और हंसी उड़ाकर थाने से भगा देते थे। इन आरोपों के बाद पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने उनको टीला जमालपुरा थाने से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया था। इस मामले में सरकार और पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी।
60 दिन में दोबारा बनाया थाना प्रभारी
अनुराग लाल अभी लाइन हाजिर हुए 60 दिन का समय गुजरा था और उनकी इस गंभीर मामले में बिना जांच के उनको अधिकारियों ने क्लीन चिट दे दी और उनको शहर का सबसे बेहतरीन थाना पिपलानी का प्रभारी बनाकर भेजा है। इस तैनाती के बाद से लोगों में बीच में सवाल खड़े शुरु हो गए हैं कि ऐसे लापरवाह टीआइ जो लोगों की शिकायत पर हंसता है और उनको थाने से भगा देता है। वह लोगों की शिकायत का निराकरण कैसे करेगा। इधर, अनुराग लाल इससे पहले किसी थाने में प्रभारी रहे हैं तो वह टीला जमालपुरा ही जाना था, इससे पहले वह हरदा जिले में अजाक थाने में तैनात थे। उससे पहले कभी थानाप्रभारी नहीं रहे हैं।
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