महाकाल की सवारी में हाथी के उपयोग पर आपत्ति, पीपुल्स फॉर एनिमल संस्थान बोला- जन सुविधा के हिसाब से जोखिम भरा
उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर की निकलने वाली महाकाल की सवारी में हाथी के उपयोग पर पीपल्स फॉर एनीमल संस्था ने आपत्ति जताई है। संस्था का कहना है कि शाही सवारी में महावत हाथी को क्रूरता पूर्वक कील मारकर शारीरिक प्रताड़ित करता है। पीपल्स फॉर एनीमल संस्था इंदौर ने उज्जैन कलेक्टर सहित प्रमुख सचिव और जीव जंतु कल्याण के सेक्रेटरी को मेल पर एक शिकायत दर्ज कराई है जिसमें सवारी में हाथी के उपयोग को जन सुविधा के हिसाब से जोखिम भरा बताया है।
सावन के पवित्र माह में हर साल भगवान महाकाल की शाही सवारी निकाली जाती है। इस सवारी में पालकी के पीछे परंपरागत रूप से हाथी चलते हैं जिस पर भगवान शिव के मुखारविंद शामिल होते हैं। सावन माह की पांचवी सवारी में हाथी पर बाबा महाकाल ने मनी महेश के रूप में दर्शन दिए थे। इसका एक वीडियो वायरल होने के बाद इंदौर की पिंपल्स आफ एनिमल संस्था की प्रियांशु जैन ने मेल पर उज्जैन एसपी सचिन शर्मा, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सेक्रेटरी सहित मध्य प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी को मेल पर एक शिकायत पत्र भेजा है।
इसमें बताया गया है कि सवारी के दौरान महावत लकड़ी की कील लगाकर हाथी को बार-बार मारता है। प्रियांशु जैन ने बताया कि जन सुरक्षा और वन प्राणी हाथी के साथ क्रूरता के मामले में कार्यवाही को लेकर मेल किया है। एक-दो दिन में उज्जैन कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से भी अवगत कराया जाएगा।
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