महाकाल की सवारी में हाथी पर क्रूरता होने की शिकायत अवधेशपुरी महाराज बोले- शहर में चल रहे कत्लखाने दिखाई नहीं देते
उज्जैन। पशु कल्याण को लेकर काम करने वाली संस्था पीपुल फार एनिमल (पेटा) के सचिव प्रियांशु जैन ने भगवान महाकाल की सवारी में निकलने वाले हाथी पर क्रूरता होने की शिकायत दर्ज कराई है। संत अवधेशपुरी महाराज ने आपत्ति लेते हुए पेटा सचिव को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि प्रियांशु जैन को राजाधिराज भगवान महाकाल का ही हाथी दिखा है। शहर में चल रहे कत्लखाने उन्हें दिखाई नहीं दे रहे हैं।
पीपुल फार एनिमल के सचिव प्रियांशु जैन ने भगवान महाकाल की सवारी में निकलने वाले हाथी पर आपत्ति लेते हुए प्रमुख सचिव एवं जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सचिव को पत्र लिखा है। उज्जैन कलेक्टर और एसपी को भी आवेदन दिया है। उनका कहना है कि महाकाल की सवारी में चलने वाले हाथी को अंकुश में लगी कील से नियंत्रित किया जाता है। इतने बड़े जनसमूह में हाथी के अनियंत्रित होने पर जनहानि होने की आशंका है।
महाकाल की सवारी से नहीं होगा समझौता
मामले में अवधेशपुरी महाराज ने कहा कि अगर उन्हें (प्रियांशु जैन) जीवों के प्रति इतनी ही दया है तो कत्लखानों में कट रहे लाखों बकरों की जान की चिंता करें। भगवान महाकाल की सवारी के विषय में किसी भी प्रकार का समझौता भक्त नहीं कर सकते हैं।
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