इंदौर । शहरी सीमा में संचालित हो रहे एमआर-10 स्थित टोल से आमजन को राहत मिलने वाली है। आठ दिन बाद टोल के संचालन के लिए दी गई 86 दिन की अतिरिक्त अवधि समाप्त हो रही है। इसके बाद टोल वसूलने वाली कंपनी को अपने संसाधन यहां से हटाने होंगे। टोल टैक्स बंद होने से वाहनों का आवागमन भी सुगम होगा।
एमआर-10 पर 17 साल पहले बने टोल टैक्स की वसूली अब बंद होने वाली है। इंदौर विकास प्राधिकण द्वारा कंपनी को दी गई 86 दिन की अतिरिक्त वसूली की समयावधि 14 अप्रैल को समाप्त हो रही है। इसके बाद टोल टैक्स से वसूली बंद करना होगी। वैसे भी शहरी सीमा में आने से भारी वाहनों से ही वसूली वर्तमान में की जा रही थी। कार और स्थानीय वाहनों को टोल से छूट दी गई थी।
86 दिन का अतिरिक्त समय दिया था
गौरतलब है कि एमआर-10 स्थित रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के लिए टोल टैक्स की स्थापना 2007 में हुई थी। 2008 से टोल टैक्स से वसूली शुरू हुई और 6101 दिन टोल की वसूली होना थी। यह अवधि 19 जनवरी को समाप्त हो रही थी, लेकिन कंपनी ने कोविड और नोटबंदी के दौरान बंद रही टोल वसूली के लिए 200 दिन अतिरिक्त वसूली की अनुमति मांगी थी। प्राधिकरण ने 86 दिन का अतिरिक्त समय दिया था।
टोल के पास जाम से मिलेगी मुक्ति
उज्जैन रोड और सुपर कॉरिडोर पर विकसित हो चुकी सैकड़ों कालोनियों में लाखों लोग इसी रास्ते से आना जाना करते है। टोल के पास आए दिन जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। टोल वसूली के लिए रोके जाने वाले वाहनों की वजह से लंबा जाम लगता है। अब टोल बंद होने से वाहन बिना किसी बाधा के आना जाना कर सकेंगे।टोल नाके के पास से करीब दो दर्जन कालोनियों का रास्ता जाता है। टोल बंद होने से इनकी राह भी आसान होगी। टोल की वजह से इन कालोनियों में जाने वाले वाहनों की परेशानी होती है।
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