उज्जैन । ज्योतिर्लिंंग महाकाल मंदिर में भी चुनाव आचार संहिता का पालन शुरू हो गया है। मंदिर प्रशासक ने सोमवार दोपहर 12.15 बजे से राजनीतिक प्रोटोकाल का कोटा बंद कर दिया। राजनीतिक कोटे की करीब 200 भस्म आरती अनुमति को आनलाइन सामान्य कोटे में शिफ्ट कर दिया है। नई सरकार का गठन होने तक विभिन्न राजनीतिक दल के नेता आम भक्तों की तरह मंदिर में दर्शन करेंगे।
प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लगते ही महाकालेश्वर मंदिर में प्रोटोकाल दर्शन व्यवस्था बंद कर दी गई है। राजनीतिक दल के नेता अब सामान्य दर्शनार्थियों की तरह मंदिर में प्रवेश व दर्शन करेंगे। अगर वें शीघ्र दर्शन करना चाहते हैं, तो अन्य भक्तों की तरह 250 रुपये का शीघ्र दर्शन टिकट खरीदकर गेट नंबर चार से मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं। राजनीतिक प्रोटोकाल के तहत सम्मान व भस्म आरती अनुमति भी नहीं होगी। इस कोटे की भस्म आरती सीट को आनलाइन सामान्य दर्शनार्थी कोटे में शिफ्ट कर दिया गया है।
प्रशासनिक प्रोटोकाल पर बैठक के बाद निर्णय
महाकाल मंदिर में राजनीतिक प्रोटोकाल के अलावा प्रशासनिक प्रोटोकाल की भी व्यवस्था है। इसके तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दर्शन के लिए विशेष सुविधा प्रदान की जाती है। मंदिर प्रशासक ने बताया कि आचार संहिता में प्रशासनिक प्रोटोकाल चालू रहेगा या नहीं, इसका निर्णय कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के साथ बैठक के बाद लिया जाएगा।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.