मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोयले से बिजली बनाने से पर्यावरण बिगड़ता है। पर्यावरण को बचाने के लिए अब हम सूरज से बिजली बनाना शुरू करेंगे और सोलर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग करेंगे। हम कई प्लांट लगा रहे हैं, उनमें से एक ओंकारेश्वर में 600 मेगावाट बिजली बनाने का काम चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उन्हें गर्व है कि सांची ने सोलर सिटी बनकर वैसे ही दुनिया का पथ प्रदर्शन किया है जैसे कभी भगवान बुद्ध ने किया था। उन्होंने कहा कि सूरज न हो तो सृष्टि न हो, वर्षा भी सूरज के कारण होती है। सूरज ही सनातन है और कुछ लोग सनातन को खत्म करने की बात कह रहे हैं क्या वे सूरज को भी खत्म कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि कई दिनों से वर्षा नहीं हो रही थी इसलिए मैं भगवान महाकाल की शरण में गया तो कल से ही वर्षा शुरू हो गई। किसान चिंता न करें यदि कोई संकट आएगा तो मैं अभी जिंदा हूं।
सांची में पहाड़ी पर 5.5 हेक्टेयर क्षेत्र में लगा है प्लांट
सांची में नागौरी पहाड़ी पर 5.5 हेक्टेयर क्षेत्र में प्लांट लगा है। यहां 3 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा सोलर सिटी सांची में बैटरी चलित ई-रिक्ता एवं बैटरी चलित कचरा वाहनों को भी हरी झण्डी दिखाई। सांची में बनाए गए ई-वहीकल चार्जिंग स्टेशन पर चार कमर्शियल चार्जिंग पाइंट तथा तीन ई-रिक्शा चार्जिंग पाइंट बनाए गए हैं। यहां नवीन नवकरणीय ऊर्जा विकास निगम द्वारा बिजली की खपत कम करने के लिए 1800 घरों में एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट आदि उपकरणों का न्यूनतम दरों में वितरण भी किया जाएगा
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.