ग्वालियर। एलपीजी सब्सिडी की तरह अब मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में भी लाभ परित्याग शुरू कर दिया गया है। लाभ लेने वाली महिलाओं के लिए योजना के पोर्टल पर लाभ परित्याग का विकल्प सक्रिय कर दिया गया है। प्रदेशभर में महिलाएं स्वेच्छा से लाभ परित्याग कर भी रही हैं। ग्वालियर सहित विभिन्न जिलों में पात्र महिलाएं, जिन्हें लाड़ली बहना योजना की एक हजारकी राशि मिल रही है या अब तक डीबीटी यानी डायरेक्ट बैंक बेनेफिशियरी ट्रांसफर से उन्हें लाभ नहीं मिला, वे लाभ परित्याग के लिए सामने आ रही हैं।
ग्वालियर में 70 महिलाओं ने छोडा योजना का लाभ
ग्वालियर में योजना के तहत लाभ परित्याग करने वाली महिलाओं की संख्या 70 तक पहुंच गई है। बता दें कि मप्र में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपये की राशि प्रदान की जा रही है। पहले यह लाभ 23 से 60 साल की विवाहित महिलाओं को प्रदान किया जा रहा था, लेकिन अब संशोधन के बाद 21 से 60 साल की उम्र सीमा कर दी गई है। साथ ही 23 से 60 साल की उम्र सीमा में चार पहिया की श्रेणी से ट्रैक्टर को बाहर कर दिया गया। इससे परिवार में ट्रैक्टर होने पर महिला इस योजना का लाभ ले सकती हैं। इस योजना को लेकर महिलाओं में भारी उत्साह है, लेकिन अब ऐसी महिलाएं सामने आना शुरू हो गईं हैं, जो इस लाभ का परित्याग करना चाहती हैं। इस बार 10 सितंबर को मुख्यमंत्री ग्वालियर जिले से चौथी किस्त जारी करेंगे। वहीं, इस योजना में 27 अगस्त को भी मुख्यमंत्री नई घोषणा कर सकते हैं।
लाभ परित्याग करने में दो तरह के वर्ग की महिलाएं
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं में दो तरह की महिलाएं शामिल हैं। एक तो वे जो अभी तक तीन किस्तें ले चुकी हैं और अब आगे लाभ नहीं लेना चाहती हैं। दूसरी वे जिन्होंने नियम में न होने के बाद भी लाड़ली बहना योजना में पंजीयन करा लिया और डीबीटी नहीं कराया। डीबीटी भी इसलिए नहीं कराया कि वे पंजीकरण के बाद भी लाभ नहीं लेना चाहती थीं।
सरकार से मुफ्त राशि न लेने की पहल
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं ने लाभ परित्याग शुरू कर दिया है। ग्वालियर में अभी यह संख्या 70 पहुंच गई है। हाल ही में लाड़ली बहना के पोर्टल पर लाभ परित्याग का विकल्प सक्रिय हो गया है।
डीएस जादौन, जिला कार्यक्रम अधिकारी, ग्वालियर।
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