ग्वालियर। बंगाल की खाड़ी से बने कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से अगले दो दिन और वर्षा की संभावना बनी हुई है। यह कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहुंच गया है। इस क्षेत्र के केंद्र से होकर मानसून की अक्षीय रेखा भी गुजर रही है। इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव अगले दो दिन और रहने की संभावना है। अगले 24 घंटे के दौरान भी ग्वालियर-चंबल संभाग में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। इस दौरान ग्वालियर सहित संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी के कम दबाव के क्षेत्र का असर शुक्रवार को देखने को मिला। सुबह दो घंटे तक शहर में झमाझम बारिश हुई। शुक्रवार को सुबह लोग नींद से जागे। इससे पहले ही मेघों ने बरसना शुरू कर दिया। लगभग तीन घंटे तक कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हुई। इस दौरान 42.1 मिलीमीटर यानी डेढ़ इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। सड़कों से लेकर लोगों के घरों तक पानी भर गया। सड़कें पूरी तरह से लबालब नजर आईं। 19 दिन बाद एक इंच से अधिक बारिश दर्ज हुई है। इस बारिश से उमस भरी गर्मी से राहत दी है। मौसम विभाग ने आज भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। हालांकि बारिश की संभावना छह अगस्त तक है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन का कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। यह उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश के ऊपर है। हालांकि यह धीरे-धीरे यह कमजोर पड़ रहा है, लेकिन इसका प्रभाव अगले दो दिनों तक रहेगा। उधर मानसून की ट्रफ लाइन पंजाब के अमृतसर होते हुए जा रही है। यह कम दबाव के क्षेत्र के बीच से होते हुए गुजर रही है। इस कारण हवा में नमी आ रही है। जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिससे अरब सागर से भी नमी आ रही है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से भिंड, मुरैना व दतिया में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। शिवपुरी, श्योपुर में आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ग्वालियर में यलो अलर्ट जारी किया है।
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