देवास, कन्नौद। कलवार घाट के समीप घायलावस्था में मिले युवक की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। प्रेम-प्रसंग के चलते युवक की हत्या की गई थी। मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किया।
सोमवार रात को कलवार घाट के समीप 25 वर्षीय अनिल पुत्र विक्रम कर्मा निवासी ट्यूबवेलपुरा घायलावस्था में मिला था। उपचार के लिए इंदौर ले जाते वक्त रास्ते में मौत हो गई थी। स्वजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था।
इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू की और 48 घंटे में मामले की गुत्थी सुलझाकर आरोपितों को गिरफ्तार किया। गुरुवार को प्रेस वार्ता लेकर पुलिस ने खुलासा किया। एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि एसडीओपी ज्योति उमठ के मार्गदर्शन में पुलिस टीम का गठन किया था।
मुखबिर से सूचना मिली कि घटना वाले दिन मृतक अनिल की बाइक के पास बोलेरो क्रमांक एमपी 07 सीई 0635 देखी गई थी। इस पर पुलिस ने बोलेरो की जानकारी जुटाई व मृतक की काल डिटेल निकलवाई। संदिग्ध दीपक पुत्र हिम्मतसिंह राजपूत निवासी ग्राम ट्यूबवेलपुरा, सुमेर उर्फ सोनू पुत्र श्याम राजपूत निवासी बायपास रोड कन्नौद तथा विशाल पुत्र रामसिंह राजपूत निवासी बायपास आष्टा रोड कन्नौद को हिरासत में लिया। पूछताछ में तीनों ने हत्या करना स्वीकार किया।
आरोपित की बहन से था प्रेम-प्रसंग
आरोपितों ने बताया कि मृतक अनिल का एक की बहन से प्रेम-प्रसंग था। इसकी जाकारी घरवालों और समाजजनों को भी थी। 17 जुलाई को दोपहर करीब 1 बजे अनिल अपनी दुकान बंद कर कन्नौद की ओर गया। इसके बाद आरोपित दीपक भी अनिल के पीछे कन्नौद आ गया।
उसने अनिल को फोन कर साईं मंदिर तिराहा कन्नौद पर बुलाया। आरोपित दीपक उसके चाचा के लड़के सुमेर उर्फ सोनू व विशाल बोलेरो क्रमांक एमपी 07 सीई 0635 से अनिल से मिलने साईं मंदिर तिराहा गए।
अनिल से कहा कि बहुत दिन हो गए पार्टी करते हैं। इसके बाद चारों विशाल की बोलेरो से बायपास रोड पहुंचे। वहां से बीयर की बोतलें लेकर कुसमानिया की ओर चले गए। रास्ते में एक स्थान पर सुनसान जगह पर गाड़ी खड़ी की एवं बोलेरो में बैठकर बीयर पीते हुए कन्नौद आए। बीयर पीने की योजना बनाई तथा सुकलिया- ठीकरिया डेम की नहर गए। वहां रोड किनारे जंगल में अपनी-अपनी गाड़ी खड़ी कर सभी बीयर पीने लगे।
बहस के बाद हुआ विवाद
इस दौरान आरोपित दीपक व सुमेर उर्फ सोनू तथा विशाल ने अनिल से कहा कि तुम बहन से बात करना बंद कर दो और उससे आज के बाद कोई संबंध मत रखना। इस पर अनिल बोलने लगा कि हम दोनों एकदूसरे से प्रेम करते हैं। तुमको जो करना है कर लो, मैं बात करूंगा।
इसके बाद अनिल बाइक उठाकर जाने लगा। तभी दीपक, विशाल व सुमेर ने बोलेरो में बैठकर उसके पीछे गए। उसकी बाइक के आगे बोलेरो लगाकर उसको रोका एवं गाड़ी से उतर कर उसे समझाने लगे।
इस दौरान सुमेर ने कार में रखा लोहे का हंसिया निकालकर अनिल के सिर पर दे मारा। अनिल ने खुद को बचाने का प्रयास किया तो हंसिया कान पर लगा, जिससे साइड वाले कान पर चोट लगी और कान लटक गया।
घायल होकर अनिल वहीं गिर गया। इसके बाद आरोपितों ने अनिल की जेब से उसका मोबाइल एवं 24 हजार रुपये निकाले और आपस में बांट लिए और चले गए।
पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर उनसे घटना में प्रयुक्त हंसिया और बोलेरो एमपी 07 सीई 0635 तथा बाइक क्रमांक एमपी 41 एनएच 4001 को बरामद किया गया।
मामले में निरीक्षक शिवमूरत यादव, उप निरीक्षक राहुल रावत, केके मालवीय, प्रधान आरक्षक अशोक जोसवाल, मोहनसिंह चौहान, दिनेश डामोर, आरक्षक बालकृष्ण छापे, योगेंद्र, ब्रजभूषण शर्मा, शैलेंद्र, राजकुमार, जितेंद्र, लोकेंद्र, प्रधान आरक्षक शिवप्रताप सिंह एवं सचिन चौहान सायबर सेल देवास की सराहनीय भूमिका रही।
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