जबलपुर । कोलकाता दुष्कर्म और हत्या के मामले ने जहां पूरे देश को झकझोर कर रख दिया, वहीं महू में प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों के साथ लूट और उनकी महिला मित्र से सामूहिक दुष्कर्म का मामला भी पूरे देश की सुर्खियां बन रहा है। ये मामले अभी ठंडे भी नहीं पड़े थे कि डिंडोरी जिले में बालिका से छेड़छाड़ के बाद बेचने का मामला सामने आया है। महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म, छेड़छाड़, मारपीट की बढ़ती घटनाओं के कारण मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़े गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा के संबंध में पुलिस कठघरे में
प्रदेश सरकार भले ही महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने कर दावे करती है लेकिन ताजा घटनाओं को देखें तो महिलाओं के साथ अपराध बढ़ गए हैं। बीते कुछ दिनों में महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा के संबंध में प्रदेश की पुलिस कठघरे में खड़ी नजर आ रही है। इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी टिप्पणी करते हुए कहा था कि भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है।
अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक
महिलाओं के खिलाफ दिन प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक है। अपराधियों की निर्भीकता प्रशासन की पूर्ण नाकामी का परिणाम है और इस कारण देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता, उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश है।
आधी आबादी की रक्षा की जिम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे?
समाज और सरकार दोनों शर्मिंदा हों और गंभीरता से विचार करें कि देश की आधी आबादी की रक्षा की जिम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे? कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने तो प्रदेश को अपराधों की राजधानी बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश को अपराध प्रदेश बना दिया है। यहां महिला, दलित, आदिवासी, जवान, किसान, सब पर अत्याचार हो रहा है।
आंकड़ों के अनुसार भारत में हर 15 मिनट में एक दुष्कर्म होता है
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार भारत में हर 15 मिनट में एक दुष्कर्म होता है। ऐसे में देखा जाए तो हर घंटे 4 महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहा है। मध्य प्रदेश भी महिला अपराधों के मामले में पीछे नहीं है। 2022 की बात करें तो पूरे देश में दुष्कर्म के 31 हजार से ज्यादा केस दर्ज हुए हैं। उनमें से राजस्थान में 5399, उत्तर प्रदेश में 3690 और मध्य प्रदेश में 3039 केस दर्ज हुए थे।
देश में मध्य प्रदेश इस मामले में तीसरे स्थान पर था
देश में महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले बढ़े हैं। देश में मध्य प्रदेश इस मामले में तीसरे स्थान पर था। बच्चों से छेड़खानी के मामले भी प्रदेश में ज्यादा हैं। प्रदेश के थानों में 5996 केस दर्ज हैं। पिछले दो सालों में इन मामलों में कमी जरूर आई है, पर अभी मध्य प्रदेश में महिला अपराध लगातार हो रहे हैं। फिलहाल गृह विभाग मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के पास है।
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