पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में बढ़ते बिजली के दामों के चलते अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) ने शुक्रवार को राज्य में विरोध प्रदर्शन छेड़ दिया. जो दूसरे दिन हिंसक होगया और विरोध प्रदर्शन में एक पुलिस कर्मी की गोली लगने से मौत होगई, साथ ही कई लोग घायल हुए. राज्य में हिंसा भड़कने के बाद पीओके के प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक ने कहा कि सरकार बिजली और गेहूं की कीमतों में राहत देने को तैयार है.
पीएम चौधरी अनवारुल हक ने कहा कि सरकार मीरपुर में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद एक पुलिसकर्मी की मौत और 70 से ज्यादा लोगों के घायल होने के बाद बिजली और गेहूं के आटे की कीमतों में राहत देने के लिए तैयार है. पीएम हक ने आश्वासन दिया, “सरकार ने अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) के साथ बातचीत की और हम एक समझौते पर पहुंचे, जिसे लागू करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं.”
POK के पीएम ने क्या कहा
प्रधान मंत्री ने कहा, “हम एएसी के साथ किसी भी स्तर पर बात करने के लिए तैयार हैं और पाकिस्तान सरकार से संबंधित मांगों को महासंघ के सामने उठाया जाएगा.” पीएम ने कहा कि एएसी ने अपनी मांगों को लेकर लॉन्ग मार्च की घोषणा की थी, हालांकि, प्रदर्शनकारियों में कुछ शरारती तत्व भी थे. उन्होंने कहा, “सरकार ने सुनिश्चित किया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी भी तरह के बल का प्रयोग न किया जाए.” पीएम ने आगे कहा कि लोगों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है और प्रशासन ने धैर्य दिखाया.
गेहूं और बिजली की कीमतों में राहत
पीएम हक ने आश्वासन दिया कि गेहूं के आटे और बिजली की कीमतों में राहत देने के लिए, अगर जरूरत पड़ी तो सरकार विकास बजट में भी कटौती करेगी. विपक्षी पार्टी एजेके पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष चौधरी मुहम्मद यासीन ने कहा कि प्रदर्शनकारियों की मांगें पूरी की जानी चाहिए. उन्होंने सवाल किया, “गिलगित बाल्टिस्तान में गेहूं का आटा और बिजली सस्ती है, तो एजेके में यह सस्ती क्यों नहीं हो सकती?” यासीन ने मीरपुर के सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) अदनान कुरेशी की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि इस विरोध प्रदर्शन से प्रदर्शनकारियों को भी नुकसान हो रहा है और इससे राज्य को भी नुकसान होगा.
राष्ट्रपति ने बुलाई बैठक
जानकारी के मुताबिक दूसरी तरफ, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में एजेके की स्थिति से संबंधित एक आपातकालीन बैठक बुलाई. सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति ने प्रदर्शनकारियों के मुद्दे के समाधान के लिए प्रस्ताव लाने का निर्देश दिया. बता दें, सरकार ने पीओके के ज्यादातर इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया है. लॉन्ग मार्च कुछ ही देर में मंढोल से मुजफ्फराबाद के लिए रवाना होगा. कल रात लॉन्ग मार्च में शामिल लोग मंढोल में रुके थे.
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