महाराष्ट्र की अकोला लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने उम्मीदवार की घोषणा की है. पार्टी ने अभय काशीनाथ पाटिल को टिकट दिया है. वहीं दूसरी तरफ इस सीट से वंजित बहुजन अघाड़ी (VBA) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर चुनावी मैदान में हैं. बता दें कि प्रकाश आंबेडकर ने कांग्रेस को विदर्भ की सीटों पर समर्थन की बात कही थी, बदले में अकोला में समर्थन मांगा था.
अकोला सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के संजय शामराव धोत्रे यहां से सांसद चुने गए. वो लगातार पांच बार सांसद बन चुके हैं.
अकोला सीट से लड़ रहे प्रकाश आंबेडकर
दरअसल वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रकाश आंबेडकर अकोला सीट से मुख्य उम्मीदवार है और उन्होंने एक दिन पहले ही इस यहां से अपनी उम्मीदवारी तय की थी. लेकिन अब कांग्रेस ने भी इस सीट से उम्मीदवार तय कर प्रकाश आंबेडकर को बड़ा झटका दिया है.
अंदरूनी कलह का समाधान मुश्किल
वीबीए प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने रविवार को घोषणा की कि वह महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के अकोला से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. सीट बंटवारे को लेकर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के घटकों के बीच अंदरूनी कलह का समाधान नहीं होने से वीबीए ने अपने उम्मीदवार के नाम जब घोषित किए तो उसमें अकोला सीट भी थी.
बीजेपी का गढ़ है अकोला सीट
हालांकि, अकोला 2004 से बीजेपी का गढ़ रहा है, जब संजय धोत्रे ने पहली बार सीट जीती और बाद के तीन चुनावों में इसे बरकरार रखा. बीजेपी ने 2024 के लिए बीमार चल रहे संजय की जगह उनके बेटे अनूप को उम्मीदवार बनाया है.
क्या कांग्रेस ने आंबेडकर को धोखा दिया?
प्रकाश आंबेडकर ने कांग्रेस को सात सीटों पर समर्थन देने की बात कही थी और अपनी उम्मीदवारी के बाद अकोला सीट पर उससे समर्थन की मांग की थी. लेकिन कांग्रेस ने उम्मीदवार खड़ा कर आंबेडकर को बड़ा झटका दिया है. सूत्रों के मुताबिक ऐसे में प्रकाश आंबेडकर भी अब कड़ा कदम उठा सकते हैं और कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार खड़े कर सकते हैं.
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