इंदौर। सरकारी कालेजों में प्रवेश का प्रतिशत बढ़ाने के लिए अब शिक्षक मैदान में उतरेंगे। जहां उन्हें उच्च शिक्षा के लिए विद्यार्थियों की काउंसिलिंग करना है। इसके आधार पर छात्र-छात्राओं को कालेजों तक लाया जाएगा। शिक्षकों को हायर सेकेंडरी स्कूलों में पढ़ने वाले 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को उनकी रूचि के आधार पर विषय चयन करने में मदद करना है।
विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का करना होगा शांत
वहीं छात्र-छात्राओं की प्रत्येक संकाय से जुड़ी जिज्ञासाओं को भी शांत करना है। स्कूलों में काउंसिलिंग करने के बाद शिक्षकों को विद्यार्थियों के माता-पिता से भी मुलाकात करना है। ताकि वे अपने बच्चों का कालेज में दाखिला करवा सके। शिक्षकों को स्कूलों का दौरा करने के बाद रिपोर्ट तैयार बनाना होगी, जो उच्च शिक्षा विभाग को भेजी जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक शिक्षकों को अधिक से अधिक विद्यार्थियों का कालेज में प्रवेश करवाना है। रजिस्ट्रेशन भी करवाना है।
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