प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ से जुड़े धनशोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में अमेरिकी अरबपति नेविल रॉय सिंघम को ताजा समन जारी किए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अमेरिकी कारोबारी सिंघम पर भारत में चीनी ‘दुष्प्रचार’ फैलाने का आरोप है। कहा जाता है कि वह फिलहाल शंघाई में है। सूत्रों ने बताया कि ईडी ने सिंघम को धन शोधन निषेध अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत नए समन जारी किए।
आरोपी के बयान दर्ज करने के लिए एजेंसी द्वारा एक स्थानीय अदालत से ‘लेटर्स रोगेटरी’ (एलआर) प्राप्त करने के बाद उन्हें यह नया नोटिस जारी किया गया है। सिंघम को ये समन उनके ईमेल आईडी पर और चीनी सरकारी चैनलों के माध्यम से भेजे गए हैं। माना जा रहा है कि ईडी ने उन्हें यह दूसरी बार समन जारी किया है। मामले की 2021 में जांच शुरू की जाने के बाद पिछले वर्ष उन्हें पहला समन जारी किया गया था। सिंघम का नाम कुछ माह पहले ‘न्यूयॉक टाइम्स’ के एक लेख में सुर्खियों में आया था। इस खबर के सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने इस समाचार और ईडी द्वारा साझा किए गए कुछ ‘‘सबूत” के आधार पर उनके और न्यूजक्लिक के संस्थापकों के खिलाफ एक प्राथमिकी भी दर्ज की थी।
सिंघम ने समाचारपत्र ‘द हिंदू’ को अक्टूबर में एक बयान जारी कर कहा था कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में इस्तेमाल की गई भाषा ‘‘दृढ़ता से यह कहती है” ये दावे ‘‘द न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा प्रकाशित एक लेख में दी गई गलत जानकारी से प्रभावित हैं।” सिंघम ने कहा, ‘‘ न्यूयॉर्क टाइम्स ने जानबूझकर उन तथ्यात्मक खंडनों को नहीं प्रकाशित करने का निर्णय किया जो मैंने उसे प्रकाशन तिथि से पहले 22 जुलाई 2023 को मुहैया कराए थे।” न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ‘न्यूजक्लिक’ एक वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा है जिसे सिंघम से धन मिलता था। खबर के अनुसार, वह कथित तौर पर चीनी सरकारी मीडिया तंत्र के साथ मिलकर काम करते हैं।
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