जांच और मरम्मत के लिए भेजा था
जिला प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को इसकी जांच और मरम्मत के लिए पत्र भेजा था। पुल बंद रहने से खंडवा-इंदौर मार्ग पर यात्रा मुश्किल हो गई थी। बसों से यात्रा करने वालों को दो हिस्सों में यात्रा पूरी करनी पड़ रही है। इससे यात्रा में समय और पैसा दोनों अधिक लग रहा है। ऐसे में सभी को पुल से वाहनों की आवाजाही जल्द शुरू होने का इंतजार है।
19 सितंबर को बाढ़ में हो गया था जलमग्न
छोटे वाहनों को एक्वाडक्ट से निकाला गया
बताया जाता है कि पुल पर डामर की सड़क बहने से जगह-जगह हुए गड्ढों को भरने और क्षतिग्रस्त रैलिंग की मरम्मत में एनएचएआइ को दो सप्ताह से अधिक समय लग गया। पुल बंद रहने से छोटे वाहनों को एक्वाडक्ट से निकाला जा रहा था। जबकि बडे वाहनों को खरगोन से होकर भेजा जा रहा था। अब मोरटक्का पुल पर डामरीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। वहीं रेलिंग का अधिकांश कार्य हो चुका है। फिलहाल पुल से दो पहिया वाहन निकल रहे हैं। कार्य पूरा होते ही पांच अक्टूबर से पुल ब़डे वाहनों के लिए खोलने की चर्चा है।
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