नरसिंहपुर। नरसिंहपुर के तेंदूखेड़ा थाना पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां स्मैक सहित पकड़े गए दो आरोपित न्यायालय में पेश करने के पहले ही थाने से फरार हो गए। पुलिस को चकमा देकर भागे आरोपितों के बाद अब पुलिस लाठी पीट रही है। यह जानकारी जैसे ही आला अधिकारियों को लगी तो हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है जबकि थाना प्रभारी के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
40 ग्राम स्मैक के साथ पकड़े गए थे आरोपित
दरअसल सुनेहटी तिराहा गाडरवा रोड से तेंदूखेड़ा पुलिस ने की टीम ने आरोपित रवि कुशवाहा निवासी उदयपुरा जिला रायसेन और नितिन गौड़ निवासी उदयपुरा जिला रायसेन को 40 ग्राम स्मैक के साथ पकड़ा था। तेंदूखेड़ा थाना की इस टीम में एसआइ रामरतन सोनी, प्रधान आरक्षक कुलदीप सोमकुवर, आरक्षक राजेश बागरी, आरक्षक बहादुर कुशवाहा, आरक्षक नारायण मरावी शामिल थे।
इन्होंने आरोपितों को शनिवार सुबह पकड़कर थाने लाया। इन्हें कार्रवाई पश्चात न्यायालय में पेश किया जाना था लेकिन शनिवार रात ही थाने से पुलिस कर्मियों को चकमा देकर ये आरोपित फरार हो गए। आरोपितों के फरार होते ही थाने में हड़कंप मच गया है और फरार आरोपितों की तलाश पुलिस कर रही है। वहीं जिले के आस-पास चेकपोस्ट लगाकर आरोपितों के बारे में पूछताछ भी की जा रही है।
लापरवाही पर तीन निलंबित
वहीं घटना की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक ने इसे पुलिस कर्मियों की घोर लापरवाही मानी है। उनके अनुसार घटना की जांच उच्चाधिकारी कर रहे हैं जिसमें थाना प्रभारी उमेश तिवारी की भूमिका की भी जांच शुरू हो गई है। वहीं तीन पुलिस कर्मी जिसमें प्रधान आरक्षक मनोहर बुंदेला, आरक्षक अवधेश सिंह और प्रदीप कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
थाने से दो आरोपित जिन्हें स्मैक के साथ पकड़ा गया था वे फरार हो गए हैं। इस लापरवाही पर तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है। जबकि थाना प्रभारी के खिलाफ जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर लाइन अटैच की कार्रवाई की जाएगी। फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।
-अमित कुमार, पुलिस अधीक्षक नरसिंहपुर
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