नई दिल्ली: भाजपा नीत एनडीए को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए कांग्रेस समेत दो दर्जन से ज्यादा दलों ने इण्डिया गठबंधन तैयार किया है। इण्डिया लगातार अपनी चुनावी रणनीति में आगे बढ़ती दिखाई दे रही है। (New Alliance For 2024 Election) गठबंधन के नेताओं के बीच तीन दौर की बैठके भी हो चुकी है. इस अलायंस में शामिल पार्टी के बड़े नेताओं का दावा है कि वह संविधान को बचाने के लिए 2024 में एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरेंगे। इस गठबंधन में एक दुसरे के विरोधी पार्टी भी शामिल है जो सभी शिकवे-गिले भूलकर 2024 की लड़ाई की तैयारी में जुट गए है। सियासी पंडितो का मानना है कि यह गठबंधन भाजपा और उसके साथी दलों के लिए आने वाले चुनावों में बड़ी मुश्किलें पैदा कर सकती है।
ख़बरों की माने तो एआईडीएमके ने कहा कि वह 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक अलग मोर्चे का नेतृत्व करेगी। कृष्णागिरि में पत्रकारों से बात करते हुए, अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता केपी मुनुसामी ने कहा कि पार्टी ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई को हटाने के लिए नहीं कहा है। मुनुसामी ने कहा, “यह पूछना भी बचकाना है कि क्या अन्नाद्रमुक जैसी बड़ी पार्टी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग करेगी। हम ऐसी गलती कभी नहीं करेंगे।”
मुनुसामी ने स्पष्ट किया, “हम किसी भी सूरत में अब एनडीए में शामिल नहीं होंगे, बल्कि एडप्पाडी के पलानीस्वामी (Edapadi K Palanisamy) के नेतृत्व में एक नया गठबंधन बनाएंगे।” गौरतलब है कि एआईएडीएमके ने सोमवार (25 सितंबर) को बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने की घोषणा की तो हर कोई हैरान रह गया। दोनों दलों के बीच दरार की बड़ी वजह बीजेपी तमिलनाडु के अध्यक्ष अन्नामलाई बताए जा रहे हैं। उनके बयान के बाद बाद दोनों दलों के बीच दूरी बढ़ती गई।
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