उज्जैन। उज्जैन में 12 वर्षीय बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के बाद उसकी मदद करने वाले पुजारी ने बच्ची की हालत बयां की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुजारी ने बताया जिस वक्त उन्हें बच्ची मिली उसके शरीर से खून बह रहा था, उसकी आंखें सूजी हुई थी। पुजारी के अनुसार उसने पहले डायल 100 को फोन किया था और बाद में महाकाल पुलिस को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
ये है मामला
गौरतलब है कि सोमवार शाम को बड़नगर रोड पर मुरलीपुरा से आगे दांडी आश्रम के पास 12 वर्षीय बालिका मिली थी। मासूम के कपड़े खून से सने थे। वह कुछ भी बताने में समर्थ नहीं थी। इलाज के लिए उसे चरक अस्पताल में भर्ती कराया था। पांच डाक्टरों ने बालिका का इलाज किया था। जांच में सामने आया कि बालिका के साथ दुष्कर्म उसके मिलने से 24 घंटे पहले हुआ है।
देर रात मासूम की हालत खराब होने पर उसे इलाज के लिए इंदौर रेफर किया था। बालिका की मां के बारे में भी पुलिस को कुछ जानकारी नहीं मिली है। पीड़िता तिरुपति ड्रीम्स कालोनी व हाटकेश्वर विहार कालोनी में करीब ढाई घंटे तक पैदल घूमती रही थी। वह पैदल ही आठ किलोमीटर दूर बड़नगर रोड पर दांडी आश्रम के समीप पहुंची थी। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बच्ची सतना की है, जहां उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
फुटेज में दिखा आटो चालक
बालिका के साथ दुष्कर्म किए जाने की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले थे। इस आधार पर पुलिस के हाथ एक आटो का नंबर मिला था। इस आधार पर पुलिस ने नीलगंगा थाना क्षेत्र के शांति नगर निवासी राकेश नामक आटो चालक को हिरासत में लिया है। राकेश मक्सी रोड स्थित गांव का रहने वाला है। शांति नगर में वह व अपनी बुआ के यहां पांच साल से रहता है। उसकी पत्नी का निधन हो गया है। उसकी पुत्री नाना-नानी के यहां रहती है।
संदिग्ध का होगा डीएनए टेस्ट
पुलिस संदिग्ध की डीएनए जांच भी करवा रही है। इसकी रिपोर्ट से स्पष्ट होगा की संदिग्ध राकेश दुष्कर्म का आरोपित है अथवा नहीं। लोगों ने बताया कि राकेश को पुलिस पकड़कर ले गई है। बुधवार देर शाम को पुलिस ने चालक के घर पर दबिश देकर कपड़े व कुछ सामान बरामद किया है।
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