रेणुका पुलिस लाइन में वाहनों के निरीक्षण के दौरान एक वाहन में पुलिस नहीं लिखा होने पर डीआइजी ने कहा कि यह तो टाटा का ट्रक खड़ा कर दिया है। उन्होंने इसमें पुलिस लिखवाने के निर्देश दिए। उन्होंने जवानों से बुलेट चालू कराई और मैदान का एक चक्कर लगाने के लिए कहा। वाहनों की फिटनेस की तारीख नहीं लिखी होने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई और रखरखाव की तारीख लिखने के निर्देश दिए।
मशक्कत के बाद बंद हुआ जेल वाहन का गेट
डीआइजी ने आरोपितों को खंडवा जेल ले जाने वाले वाहन का निरीक्षण करते हुए स्टेपनी को कहीं और रखने के निर्देश दिए। नीचे उतरने पर उन्होंने जब इसका गेट बंद कराया तो जवान को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। डीआइजी ने कहा कि यह भी जुगाड़ का है। कई वाहनों के फस्ट एड बाक्स में डेटाल और बैंडेज नहीं मिला। उन्होंने इसे रखने के साथ ही हर माह जांच कर एक्सपायरी हो चुकी दवाएं हटाने के निर्देश दिए। एक अन्य वेन की फिटनेस खराब और डैश बोर्ड टूटा मिला।
थानों के वाहनों के सामने रखे जैक, ग्रीस गन व अन्य सामग्री की जानकारी ली। एक वाहन के सामने रखी टार्च जलाने के लिए कहा तो वह एक बार में नहीं जल सकी। जिस पर डीआइजी ने एसपी से सभी वाहनों में बड़ी टार्च रखने के लिए कहा।
लर्निंग सेंटर देख कर की प्रशंसा
डीआइजी चंद्रशेखर सोलंकी ने रेणुका पुलिस लाइन में शुरू किए गए आधुनिक लर्निंग सेंटर का भी अवलोकन किया। एसपी ने बताया कि इसे अभी शुरू किया है। यहां पुलिस कर्मियों के बच्चों के अध्ययन के लिए सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। काफी बच्चे यहां पढ़ने के लिए आते हैं। डीआइजी ने इस पहल की प्रशंसा की। उन्होंने क्राइम मीटिंग में जिले के अपराधों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करें।
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