भोपाल। राजधानी में शनिवार को शाम करीब चार बजे से देर रात तक वर्षा का सिलसिला चलता रहा, जिसने गर्मी-उमस से राहत तो दिला दी, लेकिन लोगों की मुश्किलें भी बढ़ा दीं। वहीं नगर निगम की नाला-नाली सफाई के दावों की पोल भी खुल गई। जल निकासी करने वाला ड्रेनेज सिस्टम चोक होने से तेज बारिश में शहर की सड़कें चंद मिनटों में तालाब में तब्दील हो गईं। कई जगहों पर आधा से दो फीट तक पानी भर गया। जिन सड़कों पर पानी नहीं भरा, वहां भी आसपास की चोक नालियों से बहकर आए कीचड़ से सड़के सन गईं।
बता दें कि भोपाल में 789 छोटे-बड़े नाले हैं, जो हर साल वर्षा में कहर बरपाते हैं। हर साल की तरह इस बार भी निगम ने पिछले एक महीने से नाला सफाई अभियान चला रहा है। 21 जोनों में 80 फीसदी नालों की सफाई का दावा कर रहा है। लेकिन शनिवार को हुई वर्षा में इस दावे की हवा निकल गई।
इन जगहों पर भरा डेढ़ से दो फीट पानी
हमीदिया रोड पर अल्पना तिराहे पर करीब दो फीट पानी भर गया। जिससे रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर-6 की तरफ से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई। यहां करीब तीन फीट पानी भरा हुआ था। जबकि हमीदिया रोड पर पेट्रोल पंप के सामने डेढ़ से दो फीट पानी भरा होने की वजह से वाहन फंस गए और जाम लग गया, जिसे खुलवाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। भोपाल टाकीज से लक्ष्मी टाकीज जाने वाली सड़क भी एक से डेढ़ फीट पानी भरने से बंद हो गई। यही हाल सिंधी कॉलोनी चौराहे का रहा। यहां करीब दो फीट पानी भरा हुआ था, जिससे बैरसिया रोड पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी।
इन इलाकों में भी हुआ जलभराव
इसके अलावा चूनाभट्टी चौराहा, अल्पना तिराहा, इसरानी मार्केट तिराहा, रायसेन रोड पर भेल कारखाने के सामने, ज्योति टाकीज चौराहा, प्रशासन अकादमी के सामने, हमीदिया समानांतरण रोड, जहांगीराबाद वार्ड कार्यालय के सामने, शिवाजी नगर, डीआईजी बंगला सहित हबीबगंज, छोला, निशातपुरा, रचना नगर और सुभाष नगर अंडरब्रिज में पानी भरने से ट्रैफिक जाम हो गया।
कालसेंटर में पहुंची 70 शिकायतें
एक घंटे की वर्षा में चोक नाले उफान पर आ गए। नालियों का कीचड़ सड़क पर पहुंच गया। जिससे सड़कें कीचड़ से सन गईं। इधर, अनेक निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति बनी। जबकि सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। नगर निगम काल सेंटर में 70 से ज्यादा शिकायतें, नाला-नाली चोक होने की पहुंची।
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