शिवपुरी/भौंती। भौंती थानांतर्गत ग्राम मुहार से सोमवार-मंगलवार की रात अचानक लापता हुए मासूम को पुलिस ने उसके मौसा के घर से बरामद कर लिया है। लापता बच्चे के पिता ने अपने भतीजे और साढू के साथ मिलकर बेटे के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी, ताकि वह गांव के जाटव समाज के युवकों को बेटे के अपहरण के मामले में आरोपित बनवा सके। पुलिस ने षड्यंत्र रचने वाले तीनों आरेापितों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है।
ऐसे रची बेटे के अपहरण की साजिश
ग्राम मुहार निवासी जालिम सिंह आदिवासी के भतीजों को गांव के अभिषेक जाटव और भूपेंद्र जाटव से झगड़ा हो गया था। इस मामले में जाटव पक्ष के युवकों की शिकायत पर आदिवासी पक्ष के युवकों के खिलाफ अदम चेक काट दिया था। ऐसे में आदिवासी पक्ष के लोगों को लगा कि वह जाटव पक्ष के युवकों के खिलाफ एफआइआर कैसे करवाएं? इसी के चलते जालिम सिंह आदिवासी ने अपने भतीजे आदिराम आदिवासी व खनियाधाना के ग्राम बेलबाबड़ी निवासी अपनी साढू गिट्टी आदिवासी के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा कि जालिम सिंह के सात साल के बेटे को घर से गायब कर देते हैं। इसके बाद इनके खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट लिखवा देंगे और बाद में बच्चे को जंगल से मिलना बता देंगे।
बेटे का अपहरण कर चक्काजाम
षड्यंत्र के तहत सोमवार की शाम को ही आरोपित ने अपने चचेरे भाई को खनियाधाना में उसके मौसा के घर छोड़ आया। इसके बाद मंगलवार को आरोपी पिता ने अपने बेटे के अपहरण की शिकायत कराने भौंती थाने पहुंच गया। बुधवार को आरोपितों ने गांव वालों के साथ मिलकर बमेरा तिराहे पर चक्काजाम कर दिया। मामले में पिछोर एसडीओपी ने पीड़ित के स्वजनों से चार दिन का समय मांगा था। उन्होंने खोड़ चौकी प्रभारी अंशुल गुप्ता को मामले की पड़ताल करने के निर्देश दिए।
सायबर सेल की मदद से खुलासा
अंशुल गुप्ता ने सायबर सेल की मदद लेते हुए गांव में कथित पीड़ित परिवार व गांव वालों से बातचीत की। इसी आधार पर यह सामने आया कि आरोपित ने षड्यंत्र रचते हुए अपने बेटे के अपहरण की झूठी कहानी रची है ताकि जाटव पक्ष के लोगों पर एफआइआर करवाई जा सके। इसके बाद पुलिस बेलबाबड़ी पहुंची और मौसा के घर से बच्चे को बरामद किया। पुलिस ने आरोपित जालिम सिंह आदिवासी सहित आदिराम आदिवासी व गिट्टू आदिवासी के खिलाफ झूठी एफआइआर करवाने व षड़यंत्र में सहयोगी बनने का मामला दर्ज कर लिया है।
एसआई लाइन अटैच
जालिम ने षड्यंत्र रचकर किए गए प्रदर्शन के दौरान भौंती थाने में पदस्थ एसआइ पृथ्वीपाल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने एक ओर जहां उसके बेटे के अपहरण की एफआईआर नहीं लिखी, वहीं दूसरी ओर उसे गालियां देते हुए चांटा मार कर कहा कि झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने आ जाते हो। पुलिस एसआइ पर लगे गंभीर आरोपों के बाद पुलिस अधीक्षक रघुवंश भदौरिया ने उन्हें तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया था। –
जालिम सिंह ने जाटव पक्ष के लोगों पर झूठी एफआइआर दर्ज कराने के उद्देश्य से बेटे को अपने साढू के घर भेजकर उसके अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी। इसके बाद पुलिस पर एफआइआर का दबाब बनाने के लिए गांव वालों के साथ मिलकर चक्काजाम व प्रदर्शन किया। इस मामले में हमने बच्चे को बरामद करके न्यायालय में पेश किया। आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।
अंशुल गुप्ता, खोड़ चौकी प्रभारी
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