हिमाचल प्रदेश में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से पिछले 24 घंटों में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई है। पूरे हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचा रखी है और कई प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं। हिमाचल प्रदेश में IMD के उप निदेशक बुई लाल ने बताया कि अगले 24 घंटों के लिए प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है और 15 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसमें चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सोलन, शिमला, सिरमौर और हमीरपुर जिले शामिल हैं। इसे देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है।
सीएम ने किया दौरा
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि समर हिल क्षेत्र में एक शिव मंदिर और शिमला के फागली क्षेत्र में अन्य आपदा स्थल के मलबे से नौ शव निकाले गए हैं। सीएम ने कहा कि समर हिल में चार शवों की पुष्टि हुई है और मलबे के अंदर 2-3 लोगों के दबे होने की आशंका है। अधिकारियों के मुताबिक इन दोनों जगहों पर 15 अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है।
कई जगहों पर जानलेवा हादसे
हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिनों से जबरदस्त बारिश हो रही है। इससे पहले रविवार रात बादल फटने से सोलन में दो घर बह गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह लोगों को बचा लिया गया, जबकि जादोन गांव में सात अन्य की मौत हो गई। जिले के बलेरा पंचायत में भूस्खलन में अस्थायी घर ढह जाने से दो बच्चों की मौत हो गई। सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने कहा कि रामशहर तहसील के बनाल गांव में भूस्खलन में एक और महिला की मौत हो गई। वहीं हमीरपुर में उपायुक्त ने कहा कि जिले में लगातार बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो लापता हैं। मंडी जिले की सेघली पंचायत में रविवार देर रात भूस्खलन से दो साल के बच्चे समेत एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई।
बह गया रेलवे ट्रैक
उधर, बारिश की वजह से समरहिल और जुटोघ स्टेशन के बीच कालका-शिमला रेलवे ट्रैक बह गया। इस वजह से कंडाघाट-शिमला के बीच ट्रेनों की आवाजाही कैंसल कर दी गई है। प्रशासन ने सभी से अपील की है कि बिना जरुरत घरों से बाहर ना निकलें और सुरक्षित स्थलों पर शरण लें।
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