बिहार में एक और पुल गिर गया. सीवान जिले में गंडक नहर पर बना पुल शनिवार को धराशायी हो गया. हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. पुल ध्वस्त होने का वीडियो भी सामने आया है. सूचना मिलते ही प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. एक अधिकारी ने बताया कि पुल पुराना था. वहीं, पुल ध्वस्त होने से आसपास के दर्जनों गांवों का संपर्क टूट गया है.
घटना जिले के दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ा पंचायत की है. लोगों के मुताबिक, पुल काफी पुराना था, लेकिन नहर का निर्माण दो साल पहले कराया गया था. आरोप है कि नहर बनाने में लापरवाही बरती गई, जिसके कारण पानी के तेज बहाव से पुल के पिलर से मिट्टी का लगातार कटाव हो रहा था. इस वजह से पुल का पिलर धंसने लगा था.
वहीं इस मामले पर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. राष्ट्रीय जनता दल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है, ‘ देख लीजिए डबल इंजन की सरकार के कारनामे! हर हफ्ते कोई ना कोई पुल गिरना 100% तय ही माना जाता है!कमीशनखोरी, अफसरशाही और भ्रष्टाचार का ऐसा दुर्लभ प्रदर्शन दुनिया में और कहीं नहीं दिखेगा!
कई गांवों का संपर्क टूटा
पुल गिरने से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है. गंडक नहर पर बना यह पुल महाराजगंज प्रखंड के पटेढी बाजार और दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत को जोड़ता था. इस पुल के सहारे हजारों लोग इस पार से उस पार जाते थे, लेकिन अब लोगों को पास के गांव में जाने के लिए भी काफी लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी. बच्चों को स्कूल जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, जो बुजुर्ग कम समय में पुल पार करके एक ओर से दूसरी ओर चले जाते थे, अब उन्हें काफी दिक्कत उठानी पड़ रही है.गांववाले इस बात को लेकर काफी नाराज हैं कि दो साल पहले ही बनाए गए इस नहर पर क्यों लापरवाही बरती गई. अब पुल के गिरने से उन्हें काफी दूरी तय करके एक जगह से दूसरे जगह पर जाना पड़ रहा है, जिससे उनका हर दिन का काम प्रभावित हो रहा है. गांव के गुस्साए हुए लोगों ने मांग की है कि पुल गिरने की जांच की जाए और जल्द से जल्द दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए.
हाल ही में अररिया में बकरा नदी के पड़रिया घाट पर बना पुल भी अचानक से भरभराकर गिर गया था. गनीमत थी की बात यह थी कि बकरा नदी पर बनाए गए पुल का उद्घाटन नहीं हुआ था.
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