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रफा पर मंडरा रहे खतरे के बादल, इजराइल के आगे रेड क्रॉस ने भी खड़े किए हाथ

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ईरान के हमले के बाद से इजराइल गाजा पर लगातार हमले कर रह है. इस बीच रेड क्रॉस के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा अभी की स्थिति और परिस्थितियों को देखते हुए गाजा के सबसे दक्षिणी शहर रफा से फिलिस्तीनियों को निकाल पाना मुमकिन नहीं है.

रेड क्रॉस एजेंसी का बयान तब आया है जब इजराइल ने संकेत दे दिया है कि रफा पर कभी भी हमला हो सकता है. बता दें, इजराइली सेना दक्षिणी गाजा के रफा को हमास का आखिरी गढ़ मानती है. हालांकि , अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इजराइल से संयम बरतने का आग्रह किया है क्योंकि युद्ध के कारण करीब दस लाख से अधिक फिलिस्तीनियों ने शहर में शरण ली है.

क्या बोलें कार्बोनी ?

रेड क्रॉस के शीर्ष अधिकारी फैब्रीजियो कार्बोनी ने एक समाचार एजेंसी के साथ एक इंटरव्यू में कहा, गाजा में युद्ध से हुए विनाश को देखने के बाद, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रफा में शरण लेने वाले लोग कहां जाएंगे. जबकि 1.5 मिलियन से अधिक फिलिस्तीनियों ने गाजा में शरण ली थी. कई हजार लोग उत्तर की ओर अपने घरों की ओर चले गए हैं. क्योंकि फिलिस्तीनी क्षेत्र में अन्य जगहों पर काफी हद तक युद्ध रुक गया है.

फिलिस्तीनियों को निकालना संभव नहीं

रेड क्रॉस के अधिकारी कार्बोनी ने कहा है कि मौजूदा परिस्थितियों में रफा में शरण लिए हुए फिलिस्तीनियों को निकालना संभव नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा हमारे पास फिलिस्तीनियों को रफा से निकालने की योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं है. बता दें, दुबई अंतर्राष्ट्रीय मानवीय सहायता और विकास सम्मेलन में रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) के मध्य पूर्व क्षेत्रीय निदेशक कार्बोनी ने कहा, कि ये अफवाह है कि रफा में एक बड़े ऑपरेशन की तैयारी है. जब हम गाजा और उत्तर में विनाश का स्तर देखते हैं, तो हमें यह स्पष्ट नहीं होता है कि लोगों को कहां ले जाया जाएगा, जहां उन्हें अच्छा आश्रय और जरूरी सेवाएं मिल सकेंगी.

युद्ध के लिए उलटी गिनती शुरू

कार्बोनी ने आगे कहा, फिलहाल हमें नागरिकों को निकालने के लिए कोई भी रास्ता नहीं दिख रहा है. विनाश के स्तर को ध्यान में रखते हुए, कि लोग थके हुए हैं, उनमें से कुछ घायल और बीमार भी हैं, साथ ही खाने और जरूरी सेवाओं तक सीमित पहुंच है. सभी को सुरक्षित निकलना बेहद चुनौतीपूर्ण है. नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल (एनआरसी) के प्रमुख जान एगलैंड ने एक समाचार को बताया कि “हर कोई रफा में युद्ध के लिए उलटी गिनती गिन रहा है.” आगे उन्होंने कहा कि रफा पर हमले से “सर्वनाश की स्थिति” पैदा हो जाएगी.

नेतन्याहू ने दे दिए संकेत

नेतन्याहू द्वारा रफा पर आक्रमण के संकेत देने के एक दिन बाद, रिपोर्टों में कहा गया कि इजराइल रफा में लड़ाई के कारण विस्थापित होने वाले फिलिस्तीनियों को बसाने के लिए खान यूनिस में एक शहर बना रहा है. इस मामले में एसोसिएटेड प्रेस ने सैटेलाइट तस्वीरें साझा कीं हालांकि हारेत्ज़ अखबार ने का कहना है कि मिस्र परिसर का निर्माण कर रहा था. एक अन्य रिपोर्ट में, द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि इजराइली सेना ने आक्रमण से पहले फिलिस्तीनी नागरिकों को रफा से निकालने की योजना बनाई है.

लोगों को सुरक्षित निकाला जाएगा

नेतन्याहू ने संकेत दिया है कि इजराइल रफा पर आक्रमण करेगा हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि लोगों को निकाला जाएगा. अभी तक यह नहीं बताया गया है कि लोगों को कैसे निकाला जाएगा. डब्ल्यूएसजे ने अपनी रिपोर्ट में इजराइली और मिस्र के अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि सभी को निकालने में कई सप्ताह लग सकते हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका, मिस्र और अन्य अरब देशों के साथ मिलकर इन नागरिकों को निकाला जाएगा. आगे रिपोर्ट में कहा गया है कि निकालने के बाद नागरिकों को खान यूनिस के अलावा और भी कई क्षेत्रों में ले जाया जा सकता है. जहां टेंट, और खाने के साथ अस्पताल की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी.

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