जबलपुर। तेज रफ्तार कार से सड़क किनारे सो रहे बुजुर्ग की कुचलकर हत्या के मामले में अब वीडियो सामने आया है जिसमें घटना के बाद कार से युवक निकले जो अर्द्धनग्न अवस्था में थे। कार भी कुछ दिन पहले ही खरीदी गई थी जिसकी कागजी कार्रवाई पूरी नहीं करवाई गई थी। घटना के तत्काल बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों द्वारा यह वीडियो बनाया गया है।
बता दें कि रांझी जल शोधन संयंत्र के पास शुक्रवार की सुबह तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर एक सड़क किनारे सो रहे बुजुर्ग के सिर को कुचलते हुए निकल गई थी। कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि कार सड़क के किनारे बनी करीब छह फीट ऊंची दीवार पर चढ़ गई। कार का एक पहिया टूट कर जल शोधन संयंत्र में गिर गया था।
कार को युवक चला रहे थे। जो अर्द्धनग्न अवस्था में कार से बाहर निकले थे। प्रारंभिक स्तर पर युवक नशे में होना बताया जा रहा है। घटना के बाद मौके से राधाकृष्ण मंदिर निवासी मनोज भाटिया और छीर सागर कॉलोनी मानेगांव निवासी स्वप्निल बरकड़े भाग निकले थे, जबकि पुलिस टीम ने मौके से छीरसागर कालोनी में ही रहने वाले भास्कर पांडे और सुभाष नगर मानेगांव आयुष पांडे को मौके पर पकड़ लिया था।
दोनों ने बताया कि वे कार से बरेला मंदिर दर्शन के लिए गए थे। प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि भास्कर पांडे कार चला रहा था, हालांकि पुलिस इसकी तफ्श कर रही है। वहीं कार किस पुलिस अधिकारी की है इस पर कुछ भी कहने से रांझी पुलिस बच रही है।
यह है मामला
रांझी जल शोधन संयंत्र के पास बांस बल्ली की दुकान में रामनगर निवासी ईश्वर सिंह पंजाबी (60) काम करते थे। गुरुवार रात को वे दुकान संचालक के ही पास फुटपाथ पर सो गए। देर रात तेज रफ्तार कार फुटपाथ पर चढ़ गई और ईश्वर को घसीटते हुए 50 मीटर दूर दुकान में जा घुसी।
हादसा इतना भयंकर था कि कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और एक पहिया निकलकर दूर जा गिरा। घटना में ईश्वर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना के बाद कार सवारों ने कार की नम्बर प्लेट भी निकाल ली थी। कार में पुलिस का लोगो लगा हुआ था।
वीडियो में नजर आए युवक
घटना के बाद एक एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो के अनुसार कार में सवार युवक अर्द्धनग्न अवस्था में थे। वे केवल पेंट पहने थे, जबकि ऊपर न तो शर्ट थी और न ही टीशर्ट। हादसे के बाद एक युवक जहां सिर पकड़कर जमीन पर बैठ गया, वहीं दूसरे के सिर में चोटें आई। तीसरा युवक किनारे खड़ा था।
वीडियो बनाने वालों ने वहां पुलिस और एम्बुलेंस को भी बुलाया था। बाद में पुलिस ने मशीन की मदद से कार को सड़क से हटवाया था।पुलिस ने कार नम्बर एमपी 20 सीएच 4276 के आधार पर जांच की, तो पता चला कि कार विवेकानंद वार्ड निवासी आशुतोष भारद्वाज के नाम पर है। पुलिस ने आशुतोष से सम्पर्क किया, तो जानकारी सामने आई कि उसने कुछ समय पूर्व स्वप्निल के पिता को यह कार बेची थी, लेकिन नाम ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।
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