भोपाल/बेंगलुरू: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली जाते समय भोपाल में हिरासत में लिए कर्नाटक के किसानों को रिहा करने का अनुरोध किया। उन्होंने किसानों के पक्ष में मोहन यादव को पत्र लिखते हुए कहा कि आंदोलन में भाग लेना किसानों का संवैधानिक अधिकार है, इसलिए उन्हें तुरंत रिहा किया जाए।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मोहन यादव को लिखे एक पत्र में कहा कि केंद्र सरकार की “किसान विरोधी नीतियों” के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए बेंगलुरु से दिल्ली जा रहे कर्नाटक के किसानों के एक समूह को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बिना किसी कारण के हिरासत में लिया गया है। सिद्धारमैया ने कहा कि किसानों को हिरासत में लिए हुए चार दिन हो गए हैं और उन्हें अभी तक रिहा नहीं किया गया है। पत्र में कहा गया है, “अब यह पता चला है कि आपके पुलिस अधिकारी उन्हें वाराणसी स्थानांतरित कर रहे हैं। दिल्ली जाकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में भाग लेना लोगों का संवैधानिक अधिकार है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि बेहतर नीतियों की मांग करने वाले किसानों को मध्य प्रदेश में पुलिस अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया जा रहा है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
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