गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर के पीछे स्थित मंदिर ट्रस्ट और राज्य सरकार की लगभग तीन हेक्टेयर भूमि खाली कराने के लिए एक बड़ा अतिक्रमण रोधी अभियान शुरू किया गया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। कलेक्टर हरजी वाधवानिया ने कहा कि सोमनाथ मंदिर का प्रबंधन करने वाले श्री सोमनाथ ट्रस्ट और राज्य सरकार की भूमि को खाली कराने के लिए अनधिकृत रूप से निर्मित 21 मकान और 153 झुग्गियों को ध्वस्त किया जा रहा है।
वाधवानिया ने कहा कि तोड़फोड़ अभियान शनिवार सुबह पांच ‘मामलतदारों’ और लगभग 100 राजस्व अधिकारियों की उपस्थिति में शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह अभियान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो जाए, बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि तीन हेक्टेयर (7.4 एकड़) जमीन को राज्य राजस्व विभाग द्वारा जारी एक सर्कुलर के अनुसार अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा और बाड़ लगाई जाएगी। सोमनाथ मंदिर अरब सागर के तट के पास वेरावल शहर के पास प्रभास पाटन में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से पहला है और एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल और पर्यटक स्थल है।
कलेक्टर ने कहा, “हम राजस्व विभाग द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार अनधिकृत आवासीय अतिक्रमण को हटाने और जमीन पर बाड़ लगाकर उसे सुरक्षित करने के लिए काम कर रहे हैं। इस कवायद से पहले, हमने 25 जनवरी को अतिक्रमण किये हुए व्यक्तियों के साथ एक बैठक की थी ताकि उन्हें पूरी प्रक्रिया समझायी जा सके।” उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अतिक्रमण किये लोगों को उनके घरेलू सामान हटाने में मदद करने के लिए ट्रैक्टर और मजदूरों की उपलब्धता सुनिश्चित की है और उन्हें भोजन के पैकेट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा, “दो इलाकों में अतिक्रमण था – 700 वर्ग मीटर भूमि पर 21 निर्माण और तीन हेक्टेयर भूमि पर 153 निर्माण।”
गिर सोमनाथ जिले के पुलिस अधीक्षक मनोहरसिंह जाडेजा ने कहा कि अभियान सुचारू रूप से चले यह सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि अभियान शाम तक पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘‘जमीन सरकार और मंदिर ट्रस्ट की है। दो एसआरपी (राज्य रिजर्व पुलिस) कंपनियां और 500 पुलिस कर्मी यहां तैनात हैं। हमने क्षेत्र के प्रवेश और निकास को सील कर दिया है। आपात स्थिति से निपटने के लिए, अग्निशामकों, त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) की टीम और त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी) को तैयार स्थिति में रखा गया है।”
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