उज्जैन । जिले के झारड़ा पुलिस थाना क्षेत्र में रहने वाली 10 साल की मासूम से पड़ोसी 20 वर्षीय युवक ने दुष्कर्म किया। आरोपित ने बालिका को छज्जे से सामान उतारने के बहाने बुलाया था। ग्रामीणों का आक्रोश देखकर आरोपित और उसका परिवार घर छोड़कर भाग निकला। हालांकि बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एएसपी नीतेश भार्गव ने बताया कि मंगलवार सुबह की घटना है।
10 वर्षीय बालिका घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान आरोपित की पत्नी किसी काम से कहीं गई थी। आरोपित युवक ने बालिका को छज्जे से सामान उतारने के बहाने घर बुलाया और उससे दुष्कर्म किया। बालिका रोते हुए अपने कपड़े उठाकर घर भागी और स्वजन को घटना के बारे में जानकारी दी।
मामले की जानकारी मिलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। इस पर आरोपित अपने परिवार सहित घर छोड़कर मौके से भाग निकला। सूचना मिलने पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी।
बुधवार सुबह आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया 35 दिन में दूसरी मासूम बनी शिकार 35 दिनों के अंदर जिले में दूसरी मासूम दुष्कर्म का शिकार बनी है। 25 सितंबर को सतना जिले की नाबालिग से आटो चालक भरत सोनी ने दुष्कर्म किया था। नाबालिग अर्धनग्न अवस्था में खून से लथपथ आठ किलोमीटर तक पैदल घूमती रही थी।
पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर उसका मकान भी तोड़ दिया था। चार साल पहले दुष्कर्म कर बालिका को मार दिया था। उज्जैन में भूखी माता मंदिर बायपास के समीप ईंट-भट्टे पर बने झोपड़े में छह जून 2019 की रात पांच साल की मासूम अपने दादा-दादी के पास सो रही थी।
आगर निवासी उसके माता-पिता यहां भट्टे पर काम करते थे। दोनों पास की ही झुग्गी में सो रहे थे। इस दौरान एक बदमाश बच्ची को उठा ले गया। पहले ज्यादती की, बाद में बच्ची का सिर व चेहरा ईंट से वारकर कुचल दिया था। इसके बाद शव को शिप्रा नदी में फेंक दिया था। विशेष अदालत ने दोषी को मौत तक कैद की सजा सुनाई थी।
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