भोपाल । तकनीकी शिक्षा संचालनालय (डीटीई) द्वारा इंजीनियरिंग कालेजों में खाली सीटाें को भरने के लिए एक अतिरिक्त चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया और चलाई गई। डीटीई ने 20 अक्टूबर तक विशेष चरण चलाकर प्रवेश बढ़ाने का प्रयास किया था। इस चरण में कुल सीटों में से मात्र 5391 प्रवेश हुए हैं। इस तरह 20 कोर्सों की 2.47 लाख सीटों में से करीब 1.45 लाख सीटों पर प्रवेश हुए हैं, जबकि करीब 1.02 सीटें खाली हैं।
इस चरण में इंजीनियरिंग में मात्र 710 प्रवेश हुए हैं। कुल मिलाकर इंजीनियरिंग की सभी ब्रांचों में 40,424 प्रवेश हुए । करीब 30 हजार सीटें खाली रह गई हैं। हालांकि बीई में पिछले वर्ष की अपेक्षा तीन हजार अधिक प्रवेश हुए हैं। पिछले साल बीई में 37 हजार 886 प्रवेश हुए थे।
बता दें, कि डीटीई ने प्रवेश के लिए 17 से 20 अक्टूबर तक स्पेशल राउंड चलाकर प्रवेश बढ़ाने का प्रयास किया था। डीटीई इसमें ज्यादा सफल नहीं हुआ है। विभाग ने इससे पहले 30 जून से काउंसलिंग शुरू की थी। दो मुख्य राउंड के साथ एक सीएलसी राउंड चलाया गया था।
एमबीए की करीब 27 हजार सीटें खाली रह गई
वहीं कुल सीटों की बात की जाए तो इस चरण में मात्र 5391 प्रवेश हुए हैं। एमबीए में सर्वाधिक 2900 एडमिशन हुए । प्रदेश में एमबीए की 67,946 सीटे हैं। इनमें से 40,325 सीटों पर प्रवेश हुए हैं, जबकि 27621 सीटें खाली हैं। हालांकि बीई व बीटेक की सीटें ज्यादा खाली नहीं है, लेकिन आर्टिफिशयल इंटेलीजेंसी सहित कई कंप्यूटर से जुड़े नए पाठ्यक्रम शुरू होने के कारण इस बार एमबीए में कम प्रवेश हुए हैं। क्वालिफाइंग राउंड में 16,833 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। वहीं बी व डी फामेर्सी की कुल 26,540 सीटों में करीब 21,153 सीटें भरी हैं और पांच हजार सीटें खाली रह गई हैं।
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