NIA की जांच में खालिस्तानी – गैंगस्टर गठजोड़ का खुलासा, खेल से लेकर फिल्मों तक में लगा चुके हैं जबरन वसूली का पैसा
जालंधर: कनाडा में रह रहे बड़े खालिस्तानी सरगनाओं और गैंगस्टरों के बीच पैसे के लेन-देन के बारे में राष्ट्रीय जांच (NIA) एजेंसी की से एक बड़ा खुलासा हुआ है। इन खालिस्तानी सरगनाओं ने भारत में जबरन वसूली और तस्करी से हासिल पैसे को न केवल भारत और कनाडा में हिंसक वारदातों को फंड करने में लगाया, बल्कि महंगी नौकाओं, फिल्में और यहाँ तक कि कैनेडियन प्रीमियर लीग में भी निवेश किया है।
जालंधर: कनाडा में रह रहे बड़े खालिस्तानी सरगनाओं और गैंगस्टरों के बीच पैसे के लेन-देन के बारे में राष्ट्रीय जांच (NIA) एजेंसी की से एक बड़ा खुलासा हुआ है। इन खालिस्तानी सरगनाओं ने भारत में जबरन वसूली और तस्करी से हासिल पैसे को न केवल भारत और कनाडा में हिंसक वारदातों को फंड करने में लगाया, बल्कि महंगी नौकाओं, फिल्में और यहाँ तक कि कैनेडियन प्रीमियर लीग में भी निवेश किया है।
देश की जांच एजेंसियां पहले ही साबित कर चुकी हैं कि विश्नोई ने अपने डिप्टी सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी वराड़ के जरिए कनाडा की धरती से संचालित खालिस्तानी समूहों, विशेष रूप से बब्बर खालसा इंटरनैशनल (बी.के.आई.) के नेता लखबीर सिंह लंडा के साथ मिलकर काम किया। मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्च में 14 व्यक्तियों के खिलाफ दायर NIA की चार्जशीट में कहा गया कि जयरन वसूली, अवैध शराब, हथियारों की तस्करी के कारोबार आदि के जरिए जुटाया गया पैसा कनाडा में सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ और एक सतबीर सिंह उर्फ सैम को आगे के निवेश के लिए और साथ ही खालिस्तान तत्वों की कट्टरपंथी गतिविधियों की फंडिंग के लिए हवाला के जरिए कनाडा में भेजा गया था।
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