जबलपुर। ऐसी बहनें जो 21 वर्ष से अधिक है और जिन्होंने विवाह नहीं किया, वे लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत पात्र हैं। उनका नाम भी लाड़ली बहना योजना में जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बड़ी घोषणा जबलपुर में शुक्रवार को गौतमजी की मढ़िया में जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री की घोषणा यहीं नहीं रुकी, उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में कक्षा 12वीं में ज्यादा नंबर लाने पर अब एक-एक नहीं, तीन-तीन छात्र और छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी। यह योजना अगले साल से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में लागू होगी। जनसभा के बाद उन्होंने पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की।
सरकार नहीं परिवार चलाता हूं
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सरकार नहीं, परिवार चलाता हूं। उन्होंने पूछा कि बताओ क्या मुख्यमंत्री लगता हूं या भैया? उन्होंने कमल नाथ पर तंज कसते हुए कहा कि हाल ही में वो जबलपुर आए थे और कह रहे थे कि मैं दौड़ लगा सकता हूं। हम उन्हें दौड़ाने का खतरा मोल नहीं ले सकते हैं। रेस लगा दी तो जाने क्या होगा?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सवा साल की सरकार में जनकल्याण की भाजपा द्वारा लागू सभी योजनाओं को बंद कर दिया था। हर समय पैसा नहीं होने का रोना रोते थे। विकास के काम रोकते थे। मैं कहता हूं मेरे पास पैसे की कोई कमी नहीं है। बताओ रोता हुआ मुख्यमंत्री अच्छा लगता है क्या।
ये नए जमाने की सरकार है
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि कई महिलाएं विवाह नहीं करती हैं। ऐसी अविवाहित महिलाओं को भी लाड़ली बहना योजना में शामिल किया जाएगा। ये नए जमाने की सरकार है। गरीब का बच्चा भी मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सके, इसलिए हिंदी में पढ़ाई शुरू करवाई।
सीएम ने कहा कि अब सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को मौका मिले, इसलिए नीट की दो सूची बनेगी, एक निजी स्कूल के बच्चों की और दूसरी सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों की। इसमें पांच प्रतिशत आरक्षण सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को दिया जाएगा। मेरी सरकार में अच्छे काम हुए हैं, इसलिए जनता हमें आशीर्वाद दें।
हनुमान जी के किए दर्शन
यात्रा प्रारंभ करने के पहले मुख्यमंत्री ने गौतम जी की मढ़िया स्थित हनुमान मंदिर में माथा टेका। इसके पश्चात वे सभा को संबोधित करने पहुंचे। व्यस्त कार्यक्रम की वजह मुख्यमंत्री का कार्यक्रम करीब दो घंटे के विलंब से प्रारंभ हुआ। वे यहां से रथ में सवार होकर पश्चिम विधानसभा में निकले। इस दौरान जगह-जगह उनका स्वागत हुआ। लोग घरों के बाहर, छत पर, सड़क में आकर मुख्यमंत्री का स्वागत करते दिखाई दिए।
मुन्नीबाई को दी मदद
सभा के दौरान एक महिला मुन्नी बाई ने मुख्यमंत्री से बेटी के उपचार की मदद मांगी। मुख्यमंत्री ने मुन्नीबाई को भरोसा दिया कि उनकी बेटी के उपचार में कोई समस्या नहीं होगी। वे भोपाल पहुंचकर खुद उसके मोबाइल पर बात कर समाधान करेंगे।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.