भोपाल। क्राइम ब्रांच की साइबर विंग ने फाइनेंस कंपनी से पुरानी कार दिलवाने का झांसा देकर 10 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में एक आटो कार डीलर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने फरियादी के दस्तावेज लगाकर फाइनेंस कंपनी से कार खरीदकर किसी और को बेच भी दी थी।
एडीसीपी क्राइम ब्रांच शैलेंद्र चौहान ने बताया कि राजधानी में रहने वाले एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसमें बताया कि उन्हें अच्छी कंडीशन की पुरानी लग्जरी कार खरीदनी थी। आनलाइन सर्चिंग के दौरान उनका संपर्क कार डीलर रतलाम निवासी शुभम राव पाटिल से हुआ था। उसने वाट्सएप कर विभिन्न कारों के फोटो भेजे। साथ ही बताया कि वह श्रीराम फाइनेंस कंपनी द्वारा सीज की गई कार उन्हें दिलवा देगा। इनोवा क्रिस्टा कार पसंद आने पर शुभम ने आनलाइन बिडिंग लगाने के लिए फरियादी से श्रीराम फाइनेंस कंपनी के खाते में रजिस्ट्रेशन के नाम पर 20,120 रुपये जमा करा लिए।
श्रीराम फाइनेंस कम्पनी का कार एप्रूवल होने पर, कार डीलर द्वारा फाइनेंस कम्पनी के बैंक अकाउंट में आवेदक से कुल 9,00,812 रुपये जमा कराए गए। पूर्ण राशि जमा करने के उपरांत कार डीलर ने श्रीराम फाइनेंस कम्पनी के चेन्नई यार्ड से इनोवा क्रिस्टा कार रिसीव करने को बोला। आवेदक जब चेन्नई यार्ड से इनोवा क्रिस्टा कार रिसीव करने गया तो वहां कार देने से मना कर दिया गया।
आवेदक ने कार डीलर से फोन पर बात की तो उसने एजेंसी चार्ज के नाम पर अपने फोन पे खाते में 55 हजार रुपये और जमा करवा लिए। यार्ड से कार नही मिलने पर आवेदक द्वारा चेन्नई में श्रीराम फाइनेंस कम्पनी के आफिस में कार के संबंध में पता किया। वहां पता चला कि उसके नाम पर इनोवा क्रिस्टा के स्थान पर महिन्द्रा की एक्सयूवी कार खरीदना बताया गया। उधर कार डीलर ने अपना मोबाइल नम्बर बंद कर लिया। बाद में आवेदक को पता चला कि कार डीलर ने आवेदक के द्वारा दिए गए दस्तावेज लगाकर श्रीराम फाइनेंस कम्पनी के दिल्ली यार्ड से एक्सयूवी कार रिसीव कर किसी और को बेच दी है। शिकायत की जांच के बाद आरोपित कार डीलर 26 वर्षीय शुभम पाटिल को गिरफ्तार कर लिया है।
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