कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे फिल इंडस्ट्रीज के संचालक प्रवीण झा ने कहा कि समाज में फैली विकृतियों को दूर करने जात-पात के बंधनों से उठकर कार्य करने की बात कही। प्रांत मंत्री विभूतिभूषण पांडे ने विश्व हिंदू परिषद का प्रस्तावना रखा और पांच बिन्दुओं में कार्यक्रम का उद्देश्य साझा किया।
बजरंग दल के प्रांत संयोजक ऋषि मिश्रा ने प्रत्येक हिंदू को जागृत होकर हिंदू समाज को आगे आने के लिए आग्रह किया। विश्व देश और धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पित करने वाले अमर बलिदानियों के सम्मान में विश्व परिषद और बजरंग दल ने शौर्य जागरण यात्रा निकाली।
अखंड भारत से लेकर स्वतंत्र भारत तक देश धर्म की अस्मिता की लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर बलिदानियों के सम्मान में रविवार को बिलासपुर में विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल द्वारा शौर्य जागरण यात्रा का आयोजन किया गया है।
इस यात्रा के माध्यम से हिंदू कुल गौरव छत्रपति शिवाजी, स्वामी विवेकानंद, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल जी, राजेंद्र लहरी, गणेश शंकर विद्यार्थी, स्वामी दयानंद सरस्वती, खुदीराम बोस, ठाकुर रोशन सिंह, धनसिंह कोतवाल, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, महाराणा प्रताप जैसे असंख्य बलिदानियों के बलिदान और उनके शौर्य का स्मरण किया जिन्होंने इस देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। स्वतंत्रता की लड़ाई के बाद देश की सीमाओं पर अपने प्राणों की आहुती देने वाले वीर सैनिकों, नक्सली हमले में वीरगति को प्राप्त करने वाले अर्धसैनिक और पुलिस के जवानों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
चार जगहों से निकली यात्रा
सामाजिक संस्था और हिंदुत्व के प्रति श्रद्धा जागृत करने के उद्देश्य से शहर के अलग-अलग चार स्थानों से यात्रा निकाली गई। गुरु नानक चौक से बाइक और चार पहिया वाहन रैली निकाली गई। जो चोक चौराहों से होते हुए छत्तीसगढ़ स्कूल पहुंची। इसी तरह महामाया चौक सरकंडा, उसलापुर से यात्रा छत्तीसगढ़ स्कूल पहुंची।
एक करवा यहां बना
शौर्य जागरण सभा के मुख्य वक्ता बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दानौरिया सड़क मार्ग से रायपुर से बिलासपुर आए। उनके साथ भोजपुरी टोल नाका से ही लोग जुड़ते चले गए। यह जुडाव चकरभाटा तिफरा क्षेत्रों से भी यह यात्रा छत्तीसगढ स्कूल पहुंची।
इसलिए निकालते हैं यात्रा
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा प्रतिवर्ष गीता जयंती के अवसर पर शौर्य दिवस दिसंबर माह में मनाया जाता है। इस वर्ष विधानसभा चुनाव तथा आचार संहिता के संभावना के बीच इस रविवार 17 सितंबर को शौर्य जागरण यात्रा का आयोजन किया गया। इसमें सभी हिंदुओं को जाती धर्म समुदाय को भुलाकर हिंदू एकता का अभूतपूर्व दर्शन करने का आह्वान किया गया, ताकि अपने पूर्वजों के शौर्य का स्वाभिमान अनुभव कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर सके। शौर्य यात्रा का मुख्य उद्देश्य विश्व हिंदू परिषद के 60 साल पूर्ण होना है। जिसे षष्ठी पूर्ति के रूप में मनाना व बजरंग दल के द्वारा समाजहित में किए जाने वाले कार्यों का उल्लेख करना व स्वतंत्रता सेनानी एवं बलिदानियों की जीवनी से युवाओं को प्रेरित करना है।
चार दिशाओं से निकली यात्रा
आज की शौर्य यात्रा बिलासपुर जिले के चारों दिशाओं से लगभग 10 हजार की संख्या में बजरंगी एवं सनातनी कार्यकर्ता के साथ छत्तीसगढ़ विद्यालय पहुंची जहां यात्रा महासभा में तब्दील हो गई।
इनकी रही उपस्थिति
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग संघ चालक प्रदीप देशपांडे, विधायक रजनीश सिंह, विधायक डा कृष्णमूर्ति बांधी, ब्रजेन्द्र शुक्ल, महेंद्र जैन, भाजपा के जिला अध्यक्ष रामदेव कुमावत,राष्ट्रीय स्वयं सेवा संघ के विभाग सह संघचालक डा विनोद तिवारी, विहिप के प्रांत उपाध्यक्ष डा ललित माखिजा, विहिप के जिलाध्यक्ष सौमित्र गुप्ता, विभाग सह संयोजक अंकुश ठाकुर उपस्थित रहे । इस अवसर पर बलिदानी परिवारों का सम्मान श्रीफल व शाल से किया गया।
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