उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से भादौ मास में सोमवार को भगवान महाकाल की पहली सवारी निकलेगी। भगवान महाकाल भक्तों को एक साथ नौ रूपों में दर्शन देंगे। शाम 4 बजे शाही ठाठबाट के साथ सवारी शुरू होगी। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नंदी पर उमा-महेश, रथ पर होलकर, घटाटोप, जटाशंकर, रुद्रेश्वर व चंद्रशेखर स्वरूप में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने निकलेंगे।
महाकाल मंदिर से शुरू होकर सवारी कोटमोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी। यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान का अभिषेक कर पूजा अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, ढाबारोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए शाम 7.30 बजे पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
उत्तम वर्षा के लिए सीएम करेंगे अनुष्ठान
बता दें श्रावण-भादौ मास के क्रम में शाही सवारी 11 सितंबर को निकलेगी। इस सवारी का पारंपरिक मार्ग करीब 7 किलोमीटर लंबा है। इस दिन सवारी करीब 6 घंटे नगर भ्रमण करेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को प्रदेश में उत्तम वृष्टि के लिए महाकालेश्वर मंदिर में अनुष्ठान करेंगे। सीएम सुबह 8.30 बजे मंदिर पहुंचेंगे। वे पंचामृत अभिषेक पूजन कर अनुष्ठान की शुरुआत करवाएंगे।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.