Indore News इंदौर। शासकीय अष्टांग आयुर्वेद कालेज इंदौर महाविद्यालय और चिकित्सालय में एक नॉलेज अपडेट थ्रू ट्रेनिंग प्रोग्राम पर एक कार्यक्रम रखा गया। जिसमें महाविद्यालय और चिकित्सालय से जुड़े वे डाक्टर जिन्होंने हाल ही में विभिन्न स्थानों पर चिकित्सा से संबंधित ट्रेनिंग प्राप्त की है, उनके अनुभव शेयर किए गए।
प्राचार्य एपीएस चौहान द्वारा हाल ही में भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग द्वारा दिल्ली में कराई गई पांच दिवसीय ट्रेनिंग में भाग लिया था, उन्होंने बताया कि यह ट्रेनिंग 23 जुलाई से 24 अप्रैल तक लगातार चलेंगी। जिसमें 20 बैच में लगभग 600 प्रिंसिपल को ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग नेपा यूनेस्को और भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग के आपसी समन्वय से कराई जा रही है, जिसका विषय कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम ओन एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन है।
इसमें मेडिकल टूरिज्म के द्वारा आयुष पद्धति को बढ़ावा और विदेश में रह रहे लोगों का आयुर्वेद पद्धति से भारत में इलाज के लिए आयुष वीजा जारी करने की जानकारी प्राप्त की। ट्रेनिंग में इस विषय पर भी चर्चा की गई कि किस प्रकार भारत की इकोनॉमी को तीसरे नंबर पर लाने के लिए आयुर्वेद का प्रयोग किया जा सकता है और छात्रों में किस प्रकार शिक्षण विकास किया जा सकता है।
ग्रेडिंग सिस्टम शुरू करने की कही बात
आयुर्वेद कालेज में ग्रेडिंग सिस्टम शुरू करने की बात भी कही गई, ताकि सभी कालेज अपडेट रहे और कालेज ग्रेडिंग अनुसार यथा संभव सहायता देने की बात भी कही गई। वहीं डा. एस के नायक और डा. जगदीश पंचोली अधीक्षक राउ अस्पताल के द्वारा 24 अगस्त को भोपाल में आयोजित कार्यशाला के अनुभव शेयर किए गए।
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