इंदौर। इंदौर शहर में विभिन्न धार्मिक-सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों द्वारा कई कार्यक्रम 28 अगस्त को आयोजित किए जाएंगे। 58 दिनी श्रावण मास के अंतिम सोमवार को शहर से छह चल समारोह निकाले जाएंगे। इसके अतिरिक्त पांच दिनी गोकथा और शिव महापुराण के आयोजन होंगे। वेंकटेश मंदिरों में झूला महोत्सव आयोजित किए जाएंगे।
– हिंदू संस्कृति रक्षा मंच की जलाभिषेक यात्रा सुबह 10 बजे बाणेश्वरी कुंड बाणगंगा से निकलेगी। यात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए गुटकेश्वर महादेव मंदिर किला मैदान पहुंचेगी। मातृशक्तियां बाणेश्वर कुंड का जल लेकर आराध्य का अभिषेक करेंगी। मार्ग में विभिन्न स्थानों पर यात्रा का स्वागत किया जाएगा।
– भगवान नीलकंठेश्वर महादेव की पालकी यात्रा सुबह 11 बजे प्रजापति नगर स्थित नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर से निकाली जाएगी। यात्रा नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर संचालन समिति और प्रजापति नगर रहवासी संघ के तत्वावधान में निकलेगी।
– धरावरा धाम भक्त मंडल न्यास के तत्वावधान में धार रोड़ धरावरा धाम से मंशापूर्ण महादेव की शाही सवारी दोपहर 2 बजे निकाली जाएगी। महंत शुकदेव दास महाराज के सान्निध्य में निकलने वाली सवारी में देवी-देवताओं की वेशभूषा में शामिल कलाकार आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
– गुटकेश्वर महादेव की सवारी किला मैदान से दोपहर 3 बजे निकाली जाएगी। यात्रा गुटकेश्वर धाम सदगुरु परिवार न्यास द्वारा निकाली जाएगी। इसमें शामिल लोगों को नशा न करने के लिए संकल्पित किया जाएगा। यात्रा होलकरकालीन स्वरूप में निकाली जाएगी। इसमें पुलिस बैंड भी सम्मिलित होगा।
– कालानी नगर विकास समिति एवं रहवासी संघ द्वारा द्वारा पीपलेश्वर महादेव की सवारी पीपलेश्वर महादेव मंदिर कालानी नगर से दोपहर 3 बजे निकाली जाएगी यात्रा क्षेत्र का भ्रमण करेगी। विभिन्न स्थानों पर यात्रा का स्वागत होगा। यात्रा के समापन के बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा।
– खंडवा रोड स्थित अखंड परमधाम आश्रम में 25 से पांच दिवसीय गोमाता कथा आयोजित की जाएगी। कथा देश की सबसे बड़ी पथमेड़ा गोशाला की साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती दीदी के मुखारविंद से होगी। कथा प्रतिदिन शाम 7 से रात 10 बजे तक होगी।
– लक्ष्मी-वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज के सान्निध्य में 19 अगस्त से 2 सितंबर तक झूला महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इसमें प्रतिदिन शाम 6 बजे से गरुड़, शेषनाग, मत्स्य, अश्व, मंगलगिरी, गज पर श्रीकृष्ण, रंगनाथ, शेषावतार सहित विभिन्न स्वरूप में भगवान के दर्शन होंगे। इस अवसर पर मोरपंख, राखी, पुष्प, हरियाली पवित्रा, सूखे मेवे से शृंगार होगा। वेणुगोपाल संस्कृत पाठशाला द्वारा स्तोत्र पाठ का वाचन, रात 8 से 9 बजे तक भजन होंगे।
– गुमाश्ता नगर स्थित तिरुपति बालाजी वेंकटेश देवस्थान में 20 दिवसीय झूला महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसमें प्रतिदिन भगवान के अलग-अलग लीलाओं के झूले सजाए जाएंगे। महोत्सव में 7 सितंबर तक प्रतिदिन शाम 6.30 बजे से रात 9.30 बजे झूला दर्शन होगा।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.