मंडला।भारत को विश्व पटल पर स्थान दिलाने वाले चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलता पूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग करके एक नया इतिहास रचा है। इस सफलता ने न केवल भारत देश को गौरवान्वित किया बल्कि मंडला जिले का नाम भी विश्व पटल पर अंकित हो गया है। दरअसल चंद्रयान -03 मिशन में जिले की सुरभि नामदेव का भी योगदान रहा। सुरभि ने बताया कि वे वर्तमान में डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस के बेंगलुरू स्थित मुख्यालय साइंटिस्ट-एसडी के पद पर कार्यरत हैं।
वे इस पर पर 11 मई 2017 से पदस्थ हैं। उन्होंने आईआईआईटीडीएम जबलपुर से बी टेक मैकेनिकल करने के बाद 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2017 को इसरो की बेंगलुरु शाखा में वैज्ञानिक की पोस्ट ज्वाइन ली थी।
ये वही शाखा जिसने चंद्रयान -2 में भी योगदान दिया था। चंद्रयान-3 मिशन में सुरभि ने लैंडर और रोवर के थर्मल कंट्रोल सिस्टम के गुणवत्ता नियंत्रण और विश्लेषण में सफलतापूर्वक सहभागिता निभाई। प्राथमिक शिक्षा मंडला में ही सुरभि के पिता चंद्रगुप्त नामदेव ने बताया कि सुरभि नामदेव ने अपनी प्राथमिक शिक्षा निर्मला हायर सेकेंडरी स्कूल से की।
इसके बाद शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल जबलपुर से हायर सेकेंडरी की परीक्षा उत्तीर्ण की। इनकी शैक्षणिक योग्यता हमेशा मैरिट लिस्ट की छात्रा के रूप में हुई है। प्रथम प्रयास में ही इनका इंडियन स्पेस रिसर्च ऑगेनाइजेशन- इसरो में चयन हुआ।
उन्होंने बताया कि बचपन से ही वैज्ञानिक गतिविधियों एवं अंतरिक्ष के प्रति उनका लगाव रहा है। सुरभि वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी पद से सेवानिवृत चंद्रगुप्त नामदेव एवं शिक्षा विभाग में प्राचार्या शासकीय हाई स्कूल बिंझिया कल्पना नामदेव की सुपुत्री हैं।
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