MP में नब्ज टटोलेंगे चार राज्यों के भाजपा विधायक सोमवार को सभी 230 विस क्षेत्रों में संभालेंगे मोर्चा
भोपाल। मध्य प्रदेश में 127 भाजपा विधायकों के क्षेत्रों के साथ प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर नब्ज टटोलने का काम अब उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और बिहार से आए पार्टी विधायक करेंगे। सोमवार तक सभी विधानसभा क्षेत्रों में ये विधायक पहुंच जाएंगे और मोर्चा संभाल लेंगे। पार्टी ने शनिवार को भोपाल में अन्य राज्यों से आए भाजपा विधायकों को एक दिन का प्रशिक्षण भी दिया है।
गुजरात की तर्ज पर ये विधायक कार्यकर्ताओं को समझाएंगे कि मप्र में भाजपा की ही सरकार क्यों जरूरी है। वे बताएंगे कि मप्र विधानसभा के परिणामों का कितना असर लोकसभा चुनाव 2024 पर पड़ेगा। लोकसभा चुनाव से पहले आइएनडीआइए गठबंधन किस तरह देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
क्षेत्र के मंडल से बूथ तक बैठकें लेकर ये मेहमान अपने राज्यों के अनुभव से भी कार्यकर्ताओं को अवगत कराएंगे। एक सप्ताह बाद आवंटित विधानसभा क्षेत्रों में मैदानी स्थिति का आकलन कर अपनी रिपोर्ट संगठन को देंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम को प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने संबोधित किया।
इसमें उन्हें प्रदेश की भौगोलिक स्थिति, हारी हुई सीटों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति व सामान्य सीटों की जानकारी दी गई। इन्हें विधानसभा क्षेत्र में प्रवास के दौरान क्या-क्या करना है, इसके बारे में भी बताया गया। इसके लिए व्यवस्था टोली बनाई गई है। सभी को एक फार्मेट उपलब्ध कराया गया, जिसे भरकर उन्हें जमा करना है।
विकास, गरीब कल्याण की योजनाओं के मुद्दों को लेकर विधानसभाओं में जाएं
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भाजपा देश के अंदर लगातार नए प्रयोग कर रही है। यह भी ऐसा ही अनूठा प्रयोग है। अन्य राज्यों से आए विधायक प्रदेश की 230 विधानसभा क्षेत्रों में सात दिन अपना समय देकर भाजपा के काम को शक्ति और गति देने का प्रयास करें। विधायक अपने अनुभव के साथ और मप्र भाजपा तंत्र मजबूती के साथ चुनाव की तैयारी में जुट जाएं।
21 से 27 अगस्त तक विधानसभा क्षेत्रों में रहेंगे विधायक
अन्य राज्यों से आए विधायक 21 से 27 अगस्त तक प्रदेश की विधानसभा क्षेत्रों में रहेंगे। वे विधानसभा क्षेत्र में संगठनात्मक और जनसंपर्क की दृष्टि से बैठक करेंगे। विधानसभा क्षेत्रों में इंटरनेट मीडिया से जुड़े कार्यकर्ताओं की बैठकें भी ली जाएंगी। प्रतिदिन पांच से सात कार्यक्रम होंगे।
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