भोपाल। मध्य प्रदेश में फसलों में रसायनों का कम से कम उपयाेग करने और मृदा का संरक्षण करने के लिए शिवराज सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए किसानों को जैविक खेती छोड़ प्राकृतिक खेती कि लिए प्रोत्साहित कर उन्हे इसके लिए ‘मध्यप्रदेश प्राकृतिक कृषि विकास येाजना’ के माध्यम से न सिर्फ प्राकृतिक खेती के लिए ट्रेनिंग बल्कि गोपालन के लिए अनुदान भी दे रही है।
क्या है योजना?
कीटनाशक मुक्त फसल उत्पादन, मृदा स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए शिवराज सरकार ने मध्यप्रदेश प्राकृतिक कृषि विकास योजना शुरू की है। इसके तहत गोपालन के लिए किसानों को अनुदान देने के साथ ही प्राकृतिक खेती के लिए ट्रेनिंग भी दी जाती है।
कैसे कार्य करेगी योजना?
‘मध्य प्रदेश प्राकृतिक कृषि विकास येाजना’ के तहत पहले चरण में सभी जिलों में 100-100 गांवों का चयन किया जाता है। प्रत्येक गांव में 5 किसान चयनित किए जाते हैं। इस तरह कुल 26 हजार किसानों का चयन कर उन्हें गाैपालन के लिए अनुदान देने के साथ ही ट्रेनिंग दी जाती है।
क्या रहेगी शर्त?
किन्हे मिलेगा योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ सभी वर्गों के किसानों को दिया जाएगा।
इस तरह दी जाएगी ट्रेनिंग
योजना के क्रियान्वयन के लिए ‘आत्मा’ योजना के तहत किसानों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए किसानों का चयन कर उन्हे ट्रेनिंग दी जाएगी और उन्हे अन्य किसानों को ट्रेनिंग देने के लिए तैयार किया जाएगा।
ये रहेगी प्रक्रिया
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