इंदौर। अगले साल होने वाले राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) निरीक्षण को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय तैयारी में लगा है। आइक्यूएससी की बैठक में कुलपति डा. रेणु जैन ने विश्वविद्यालय की ग्रेड को बेहतर करने की बात कही है।
2024 में होने वाले नैक निरीक्षण से पहले विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भर्तियां जरूरी है। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन इन दिनों बैकलाग और नियमित पदों पर उम्मीदवारों के साक्षात्कार करने में लगा है। चर्चा के दौरान वरिष्ठ प्राध्यापकों ने विश्वविद्यालय के सामने दिसंबर तक कम से कम 125 पद भरने पर जोर दिया है। उसके आधार पर भी विश्वविद्यालय की ग्रेड में सुधार हो सकेगा। हालांकि, विश्वविद्यालय ने ए प्लस प्लस का लक्ष्य रखा है।
स्व मूल्यांकन को लेकर विवि ने बुलाई बैठक
विश्वविद्यालय में स्व-मूल्यांकन को लेकर तीन दिन पहले बैठक बुलाई, जिसमें बुनियादी ढांचे के विकास पर महामारी के प्रभाव, फंडिंग, परामर्श सेवाओं और संतुलित छात्र-शिक्षक अनुपात में चुनौतियों के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत गई है। कमियों की पहचान विश्वविद्यालय ने दूर करने पर जोर दिया। छात्र-शिक्षक अनुपात को बढ़ाना, बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, कंप्यूटर संसाधनों को बढ़ाना, स्मार्ट कक्षा प्रावधानों का विस्तार करना और शोध-पत्र प्रकाशन में प्रगति को बढ़ाने पर जोर दिया। शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में तेजी करने के लिए अधिकांश सदस्यों ने बातर रखी है।
220 शिक्षकों के पद हैं रिक्त
विश्वविद्यालय के विभागों में 220 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। तीन चरणों में इन पर नियुक्तियां की जाएंगी। इन दिनों बैकलाग और नियमित पदों पर साक्षात्कार किए जा रहे है। दिसंबर तक 125 पदों पर शिक्षक रखे जाएंगे। बैठक में आगामी मूल्यांकन में ए ग्रेड प्राप्त करने के उद्देश्य से विवि प्रशासन ने सारे विभागों को काम करने के निर्देश दिए। हैं। कामियों को दूर करने और सुधार के लिए रोडमैप बनाया है। इस दौरान आइक्यूएसी ने विभिन्न विभागों को सौंपे गए कार्यों की स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए जानकरी लीl
छात्र-शिक्षक अनुपात में सुधार जरूरी
विवि में छात्र-शिक्षक अनुपात काफी बिगड़ा हुआ है। बरसों से नियुक्तियां नहीं होने से विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी है। विश्वविद्यालयों में विजिटिंग फैकेल्टी से विद्यार्थियों की पढ़ाया जा रहा है। आइआइपीएस, आइएमएस, आइईटी जैसे बड़े विभागों में 80 से लेकर 90 शिक्षक एक विभाग में रखना पड़ रहे है। अनुपात में सुधार करने की बात कही, क्योंकि दो मर्तबा नैक निरीक्षण के दौरान विश्वविद्यालय ने जल्दी भर्तियां करने का आश्वासन दिया था। वहीं ऊर्जा आडिट, अग्नि सुरक्षा आडिट और विवि में किए जा रहे अन्य नए उपायों के साथ अन्य पहलुओं को बढ़ाने पर विवि अब इसलिए ध्यान दे रहा है, ताकि तब यह सब काम आ सके।
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