DM ने स्वीकारा कोराेना काल में हुआ 7 हजार क्विंटल राशन का घोटाला बोले- गबनखोरों से 3 हजार क्विंटल लिया वापस
शिवपुरी। कलेक्ट्रेट सभागार में आम जनता से जुड़ी समस्याओं और कानून व्यवस्था को लेकर बुधवार की शाम कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक रघुवंश भदौरिया ने एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में आमजन से सुझाव मांगे गए कि जिले की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए प्रशासन को क्या करना चाहिए? बैठक में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के संबंध में बात हुई। कलेक्टर ने इस दौरान स्वीकार किया कि कोरोना काल में जिले में सात हजार क्विंटल राशन का वितरण के दौरान घोटाला सामने आया। हमने करीब तीन हजार क्विंटल राशन गबनखोरों से वापस ले लिया है।
कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी का कहना था कि कोरोना काल में शासन ने यह व्यवस्था कर दी थी कि पीयूएस मशीन के साथ-साथ रजिस्टर से भी राशन वितरण किया जा सकता है। इस दौरान जिले भर में संस्था संचालकों ने राशन पीयूएस मशीन से वितरण करना बताया, उसी राशन को रजिस्टर से वितरण करना बता दिया। ऐसे में स्टाक में करीब सात हजार क्विंटल राशन कम मिला।
उनके अनुसार मामले की जांच की तो एक व्यक्ति को दो बार राशन देना बताकर उचित मूल्य की दुकान के कर्ताधर्ताओं ने घोटाला किया। कलेक्टर के अनुसार उन्होंने इस संबंध में आधा दर्जन से अधिक एफआईआर करवाई। अब तक तीन हजार क्विंटल राशन उन लोगों से वापिस ले चुके हैं, जिन्होंने यह राशन डकार लिया था। उन्होंने यह भी कहा कि आगे हमारे प्रयास जारी हैं कि गरीबों के हक का राशन उन तक पहुंच सके। सार्वजनिक वितरण प्रणाली को और बेहतर बनाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
बेसहारा मवेशियों को सड़कों से हटाने होगा शुरू
बैठक के दौरान कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी ने एक सुझाव के जबाब में कहा कि यह बात सही है कि इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों से मवेशियों को शहर में छोड़ दिया है। यह मवेशी आमजन के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शिवपुरी में संचालित एक गौशाला में इन सभी मवेशियों को रखा जाना संभव नहीं है। ऐसे में उनका कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में जो गौशालाएं बनकर तैयार हैं और उनका संचालन सिर्फ कागजों में किया जा रहा है। उन सभी गौशालाओं को धरातल पर चालू करवाने की दिशा में जल्द ही प्रयास किए जाएंगे, जिससे शहर में और हाईवे पर घूमने वाले मवेशी गौशालाओं में जा सकें।
उन्होंने बैठक में स्वीकार किया कि अगर ग्रामीण क्षेत्रों की गौशालाएं चालू हो जाएंगी, तो बेसहारा मवेशी सड़कों पर नहीं आएंगे। इन मवेशियों के कारण हो रहे सड़क हादसों की संख्या में कमी आएगी।
शहर की गौशाला को बनाएंगे माडल
कलेक्टर रविन्द्र चौधरी ने बैठक में बताया कि शहर की गौशाला 70 साल पुरानी गौशाला है। उनका कहना था कि इस गौशाला काे माडल गौशाला बनाने के संबंध में एक प्रस्ताव हमारी ओर से पशु पालन विभाग को भेजा है। इस गौशाला को जल्द ही ऐसा स्वरूप प्रदान किया जाएगा कि यह गौशाला आदर्श गौशाला के रूप में प्रस्तुत की जा सके। इसके अलावा भी कई अन्य विषयों पर कलेक्टर ने सुझाव लिए और उनके जबाब दिए।
शहीदों को याद रखने बनवाई जाएंगी शिला पट्टिका
जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद रखने सहित आर्मी, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, पुलिस और अन्य किसी फाेर्स में समाज और देश के लिए कार्य करते हुए शहीद होने वाले जिले के शहीदों के गांव के बाहर उनके नाम की शिलापट्टिकाएं लगवाने की बात भी कलेक्टर ने कही। उनका कहना था कि इस दौरान शहीदों को याद करने के लिए 9 से 15 अगस्त तक एक अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान शहीदों के नाम पर पौधरोपण भी किया जाएगा।
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