भोपाल। मां नर्मदा की आरती के साथ नर्मदापुरम से आज सोमवार को नर्मदा सेवा सेना का सदस्यता अभियान प्रारंभ होगा।गैर राजनीतिक इस संगठन से नर्मदा किनारे कस्बों और गांवों में रहले वाला कोई भी व्यक्ति जुड़ सकता है। यह बात संगठन के प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र गुप्ता और समन्वयक विक्रम मस्ताल शर्मा ने रविवार को भोपाल में दी।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में उन्होंने बताया कि नर्मदा नदी के पानी के बंटवारे को लेकर 2024 में निर्णय होना है। यदि इसका सदुपयोग नहीं किया गया तो जल बंटवारे में नुकसान उठाना पड़ेगा। पानी को बचाने के लिए नर्मदा के कैचमेंट में जंगल और बायो डायवर्सिटी को सुरक्षित करना होगा।
पौधारोपण को जन अभियान बनाना होगा।इस संकल्प के साथ ही नर्मदा सेवा सेना का गठन किया है। सोमवार 31 जुलाई को नर्मदा मां की आरती के साथ इस अभियान के लिये सदस्य बनाने का कार्य प्रारंभ होगा।
स्थानीय इकाइयों का गठित की जाएंगी। कवियों, लेखकों और चिंतकों को इस अभियान से जोड़ने के साथ जन संगठनों से सहायता लेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि रेत के अवैध ्रउत्खनन और पौधों की अंधाधुंध कटाई के कारण नर्मदा और उसकी सहायक नदियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है।
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