अमलाई शहडोल । शहडोल के अमलाई थाना अंतर्गत ईंटाभट्ठा में रहने वाले राकेशदास पनिका का तीन दिन बाद शव मिला है। स्वजनों ने हत्या की आशंका जता कर हाईवे में जाम लगाकर दुकान और वाहनों में आग लगा दी है। लापता युवक राकेश का शव देखकर हंगामा शुरू हुआ।
राकेश पनिका 14 तारीख से लापता था
आक्रोशित भीड़ ने ईंटभट्ठा में कबाड़ का कारोबार करने वाले शिव की कबाड़ की दुकान पर आग लगा दी है। रास्ते से जा रहे एक वाहन को पकड़कर उसे भी आग के हवाले कर दिया। मौके पर भारी पुलिस बल और प्रशासन के अधिकारी तैनात हैं। स्वजनों ने बताया कि राकेश पनिका 14 तारीख से लापता था। इसकी शिकायत स्थानीय थाने में दी गई थी, लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी कायम करने के बाद चिन्हित बदमाशों की कोई पतासाजी नहीं की।
ईंटाभट्ठा के समीप सात लोगों के साथ चाय पीने गया था
स्वजनों ने बताया कि 14 तारीख की रात ईंटाभट्ठा के समीप राकेश, युवराज साहू, सूरज चौधरी, हेमलाल चौधरी, मुरली चौधरी, कृष्णा यादव और गुलाब चौधरी के साथ चाय पीने गया था। देर रात सभी एक साथ थे और उसके बाद इन लोगों में कहा सुनी भी हुई सभी मौके से वापस आ गए।
कबाड़ दुकान के पास हुआ विवाद
ईटा भट्ठा में स्थित एक कबाड़ दुकान जो गणेश पंडाल के सामने स्थित है। सभी वहीं रुक गए थे राकेश के स्वजनों ने बताया कि चेतू और लकी तथा युवराज साहू ने उसे मारने की धमकी दी थी। इसके अलावा एक संदीप पाल नामक युवक का भी नाम सामने आया है जिसका विवाद कुछ दिन पहले हुआ था, उसने भी उसे जान से मारने की धमकी दी थी।
संदेहियों के नाम बताए, पुलिस ने ध्यान नहीं दिया
स्वजनों का आरोप है कि 14 सितंबर से जब राकेश लापता था तो अमलाई पुलिस को इन सभी बातों की जानकारी दी गई थी। पुलिस को संदेहियों के नाम भी बताए गए थे लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। दोपहर जब युवक की लाश मिली तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।अक्रोशित भीड़ ने मुख्य मार्ग को जाम कर दिया है। घटना स्थल पर अभी तनाव की स्थिति बनी हुई है।
प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और मामले को शांत कराया
शहडोल के एएसपी अभिषेक दीवान, एसडीओपी धनपुरी, बुढार, धनपुरी ,अमलाई के थाना प्रभारी, तहसीलदार भावना डेहरिया, नायब तहसीलदार और तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और अब स्थित काबू में है।मौके पर एसडीएम एवं तहसीलदार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और मामले को शांत कराया।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.