उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के पॉश इलाके सिविल लाइंस में स्कॉर्पियो कार का है, ड्राइवर उस समय अचानक भौचक्का हो गया, जब धुंआ दे रही अपनी गाड़ी को चेक करने के लिए उसने कार का बोनट खोला. अजगर को देखते ही वो बेहोश हो गया. कार की बोनट के अंदर आठ फीट के बड़े अजगर ने कब्जा कर रखा था. आनन- फानन में अजगर का रेस्क्यू करने के लिए वन्य जीव प्रेमी अंकित टार्जन को बुलाया गया. इसके बाद अजगर को पास के जंगल में छोड़ दिया गया. लेकिन सवाल यह है की जंगल और नदियों के दलदली इलाके में रहने वाला अजगर पॉश इलाके में स्कॉर्पियो के अंदर पहुंचा कैसे ?
प्रयागराज शहर के पॉश इलाके सिविल लाइंस में उस समय भीड़ जमा हो गई, जब मच गई जब स्कॉर्पियो कार का ड्राइवर अपनी कार के बाहर सड़क किनारे अचेत हो कर गिर गया. वहां मौजूद लोग उसके पास जाने लगे. कार के पास पहुंचे लोगों ने कार बोनट खोला. अब बोनट के अंदर कुंडली मारकर अजगर बैठा हुआ था. जैसे ही अजगर के पास प्रकाश पहुंचा वो हिलने-डुलने लगा. इतने बड़े अजगर को देखकर सभी की सिट्टी-पिट्टी गुल हो गई. अब लोग अजगर को देखने के बाद वहां से अपनी जान कैसे बचाएं. अजगर अगर कार से बाहर आ जाता तो सभी के लिए खतरा बन जाता.
एक घंटे चलता रहा रेस्क्यू
कार में मिले अजगर का एक घंटे तक रेस्क्यू किया गया, जिसके बाद कार के बोनट से अजगर को बाहर निकाला गया. अजगर इंडियन पाइथन प्रजाति का था. दरअसल, प्रयागराज जिला इन दिनों भीषण बाढ़ की चपेट में है, जिसकी वजह से आसपास के जंगल और नदियों के उन दलदली स्थानों में बाढ़ का पानी घुस गया है.
इस वजह से यहां अपना आशियाना बनाने वाले वन्य जीव रिहायशी इलाकों में घुसने लगे हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि यह अजगर भी इन्ही इलाकों से होता हुआ रिहायशी इलाके में दाखिल हो गया. अंकित टार्जन रेस्क्यू करने आए वन्य जीव प्रे अजगर को कब्जे में लेने के बाद प्रयागराज के शंकरगढ़ इलाके के जंगलों में रिलीज कर दिया गया ताकि, वह अपने सही आशियाने पर रह सके.
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