शहडोल। शहडोल जिले में सरकारी अधिकारी-कर्माचारी के ऊपर गाड़ी चढ़ाना, मारपीट कर छीना-झपटी करना आम बात हो गई। ताजा मामला शहर के अमझोर वन परिक्षेत्र से सामने आया है। यहां वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर खेती की तैयारी करने गए एक दबंग को वन कर्मियों ने रोका तो नाराज दबंग दो वनकर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास करते हुए भाग निकला।
कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे दबंग के भाई ने भी वन अमले के साथ अभद्रता की और एक वनकर्मी का मोबाइल छीनकर भाग गया। इस घटना की लिखित शिकायत वन अमले की ओर से पुलिस में की गई, लेकिन पांच दिन बाद भी पुलिस ने आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
वनकर्मी से मोबाइल छीने जाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जाता है कि इस मामले में आरोपित दबंग और उसके स्वजन भाजपा विधायक व संगठन के पदाधिकारियों से दबाव डलवाने का प्रयास कर रहा है।
जुताई करने से मना किया
जानकारी के अनुसार अमझोर वन परिक्षेत्र के ग्राम महुआ टोला (पीएफ) कक्ष क्रमांक 450 के फारेस्ट लैंड में क्षेत्र के संजय जायसवाल अपने भाई के साथ मिलकर कब्जा कर जुताई कर रहे था। तभी मामले की जानकारी मिलते ही डिप्टी रेंजर रमजान मोहम्मद, परिक्षेत्र सहायक दिलीप पयासी, फॉरेस्ट गार्ड नारायण यादव, पोंडी चौकी बीट गार्ड असीम मिश्रा सहित अन्य वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और जुताई करने से मना किया।
ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की
इस पर दबंग ने डिप्टी रेंजर और परिक्षेत्र सहायक के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों ने किसी तरह से अपनी जान बचाई। इसके बाद दबंग मौके से ट्रैक्टर लेकर घर भाग निकला। इसी बीच संजय का भाई भी मौके पर पहुंच गया। उसने भी वन अमले के साथ अभद्रता की और एक वन कर्मी का मोबाइन डरनकर भाग खड़ा हुआ।
पुलिस ने दर्ज नहीं किया केस
इस मामले में वन विभाग की ओर से सीधी पुलिस में लिखित शिकायत भी दी जा चुकी है, लेकिन पुलिस ने अब तक केस दर्ज नहीं किया है। इधर, सीधी थाना प्रभारी राज कुमार मिश्रा का कहना है कि इस घटना को लेकर एक शिकायत मिली है, जिसकी जांच कराई जा रही है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.